धनोल्टी, PAHAAD NEWS TEAM

कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह इस बार धनोल्टी विधान सभा से ही चुनाव लड़ सकते है । इससे क्षेत्र की जनता को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विकास के दम पर हम जनता के बीच जाएंगे। धनोल्टी क्षेत्र की जनता भी इनके साथ है इन्होने भी कोरोना काल मे लोगो की खूब मदद की है। धनोल्टी से कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा झूठ बोलकर लोगो को गुमराह करने का काम किया है, इसका जवाब जनता 2022 में उन्हें देगी । उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है,जब कांग्रेस को घर-घर जाकर पार्टी की रीती और नीति को पहुंचाकर भाजपा सरकार की नाकामियों को उजागर करना होगा।

धनोल्टी से कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत भी लोगो में बहुत लोकप्रिय है। डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कांग्रेस जनों को भाजपा की नाकामी को जन-जन तक पहुंचना होगा। आज महंगाई चर्म पर है। गरीब आदमी का जीना दुश्वरा हो गया है। सिलेंडर,डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे है, गरीब व्यक्ति और गरीब हो गया है। इस लिए अब राज्य का जनमानस कांग्रेस को विजय बनाने के लिए तैयार बैठ है।

सरदार सिंह रावत विकास पुरुष धनोल्टी विधानसभा के लोगों के कल्याण और विकास के लिए जाने जाते हैं, मैं उनका बेटा इस चुनाव 2022 में विधायक पद के लिए दावेदार हु ।

कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा अब हमें भाजपा को सबक सीखना है। पिछले चुनाव में हम राज्य में कई सीटों पर बहुत कम अंतर से चुनाव हारे हैं। इसलिए कार्यकर्ताओं को बहुत मजबूती के साथ मैदान में आना होगा।

कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमारे घोषणापत्र में हर वर्ग के व्यक्ति की मांगों को रखा जाएगा। हमारे कार्यकर्ता हर वर्ग के लोगों को सरकार आने पर क्या फायदा होगा यह बताएंगे। विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग जगह पर आई टी आई,पॉलिटेक्निक, अस्पताल,खेल मैदान के साथ ही सड़कों का निर्माण होगा। आम जनमानस तक विकास की बात कांग्रेस कैसे पहुंचाएगी। यह सब कांग्रेस के घोषणापत्र में रखा जाएगा।

डॉ वीरेंदर सिंह रावत कौन है ?

डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत धनोल्टी विधानसभा अंतर्गत जौनपुर ब्लॉक के ग्राम टटोर के रहने वाले हैं. उनके पिता स्वर्गीय श्री सरदार सिंह रावत थे, जिन्हें धनोल्टी में विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है, और उनकी गिनती उत्तराखंड कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती थी। प्राथमिक शिक्षा के बाद उन्होंने बैचलर ऑफ मेडिकल साइंस (बीएमएस) की पढ़ाई करने के बाद राज्य में अपनी सेवाएं देने लगे।

कई वर्षों तक सेवा करने के बाद, उन्हें लगा कि अब समय आ गया है जब इनके पिता स्वर्गीय श्री सरदार सिंह रावत के सपनों को साकार किया जा सकता है, इसलिए अब वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलकर समाज की सेवा करने जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मेरे पिता स्वर्गीय श्री सरदार सिंह रावत का सपना था कि मैं भी राजनीति में आऊं लेकिन उस समय पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण मैं नहीं आ सका, लेकिन अब मैं राजनीति में आकर उनके सपने को पूरा कर लोगों की सेवा करूंगा.

वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि मैं अब पूरे दिल से जनता की सेवा करूंगा. मेरी कोशिश रहेगी कि जौनपुर के विकास का सपना मेरे पिताजी का अधूरा रह गया है, उसे मैं पूरा करने की कोशिश करूंगा।

कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हर नेता और कार्यकर्ता पार्टी के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायकों को टिकट देने या ड्रॉप करने का फैसला पार्टी हाईकमान द्वारा ही तय किया जाता है।

जनता की राय : क्षेत्र की जनता की राय भी यही है की अगर कांग्रेस के नेता डॉ वीरेंद्र सिंह रावत को टिकट मिलता है तो उनकी जीत सुनिश्चित है जिस प्रकार से इनका काम है उससे तो लगता है की इनका टिकट फाइनल है और इनकी जीत निश्चित है।