जौनसार, PAHAAD NEWS TEAM

डॉ राजकुमारी चौहान को हाल ही में तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसके बाद उन्हें लोगों ने बधाई दी। इस पुरस्कार को लेने के बाद उन्होंने पुरस्कार को जौनसार बाबर और रूद्रप्रयाग को समर्पित किया। उन्होंने कहा की जौनसार बाबर की वो बहू हैं और रूद्रप्रयाग की बेटी तो यह पुरस्कार वो इन दोनों को समर्पित करती हैं।

साथ ही उन्होंने ईनाम में मिली धन राशी को महिला के स्वयं सहायक समूह और शिक्षा में भेंट करने की बात भी कही, साथ ही उन्होंने इस वार्ता के दौरान महिलाओं को प्ररित भी किया।

डॉ राजकुमारी चौहान ने लॉकडाउन में छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा दी साथ ही वे रेडियो के माध्यम से महिलाओं के मुद्दों पर भी चर्चा करती रहती हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य द्वारा देहरादून जिले के जौनसार बावर क्षेत्र की डॉ राजकुमारी चौहान को यह पुरस्कार प्रदान किया गया .

वीरांगना तीलू रौतेली के नाम से दिया जाने वाला यह पुरस्कार महिलाओं के क्षेत्र में साहसी और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को दिया जाता है।

डॉ  राजकुमारी चौहान के दादा जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय दयाल सिंह भंडारी रहे वही माता जी श्रीमती लक्ष्मी देवी भंडारी उत्तराखंड आंदोलनकारी रही l

यह पुरस्कार पहली बार देहरादून जिले के जौनसार बावर में डॉ. राजकुमारी चौहान को दिया गया . डॉ राजकुमारी चौहान वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर में राजनीति विज्ञान विभाग  की विभागाध्यक्ष  हैं, उन्हें इससे पूर्व  टीचर ऑफ द ईयर, उत्कृष्ट सेवा सम्मान, रूम टू रीड इंडिया  आदि सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

डॉ. राजकुमारी चौहान ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महिलाओं की भूमिका, जौनसार बावर में तीर्थ पर्यटन आदि सहित चार पुस्तकें प्रकाशित की हैं। जबकि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं।

कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान डॉ. राजकुमारी चौहान ने विभिन्न महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा दिलाने में अहम भूमिका निभाई, जिसका लाभ पहाड़ी क्षेत्रों के हजारों छात्र-छात्राओं को मिला।

डॉ. राजकुमारी चौहान ने दूरदर्शन,  मे वार्ताए , आकाशवाणी लोकसभा चैनल, कथा सागर के तहत विभिन्न चर्चा वार्ताओं के माध्यम से महिलाओं और छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

राज्य के सर्वोच्च सम्मान तीलू रौतेली पुरस्कार मिलने के बाद जौनसार बावर में खुशी की लहर है. डॉ. राजकुमारी चौहान ने यह पुरस्कार उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं को समर्पित किया।