पौड़ी : जिले में होने वाली जी-20 की बैठक से पहले पुलिस-प्रशासनिक तंत्र द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं, जी-20 क्षेत्र में पुलिस बल लक्ष्मण झूला क्षेत्र में दीवारों पर ऐपण की मनमोहक कलाकारी कर रहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए दीवारों पर ऐपण कला के साथ स्लोगनों को उकेरा जा रहा हैं।

पौड़ी जिले के लक्ष्मण झूला क्षेत्र में 23 व 24 मई को जी-20 के तहत विदेशी मेहमानों के लिए गंगा आरती व उत्तराखंड के पारंपरिक पर्व का आयोजन किया गया है. जहां इन दिनों जिला प्रशासन द्वारा जी-20 की तैयारी युद्धस्तर पर पूरी की जा रही है.वहीं पुलिस विभाग द्वारा कानून व्यवस्था के साथ-साथ शहर भर में दीवारों और चौहारों पर ऐपण चित्रकला के माध्यम से पौड़ी में जी-20 को लेकर विभिन्न प्रकार के संदेश दिए जा रहे हैं. लक्ष्मण झूला में होने वाले जी-20 को लेकर पुलिस विभाग के मुख्य कार्यक्रमों को ऐपण के माध्यम से दीवारों पर उकेरा जा रहा है.

एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया कि उत्तराखंड के पारंपरिक पेंटिंग ऐपण के माध्यम से लक्ष्मण झूला थाना परिसर व आसपास के क्षेत्रों में पेंटिंग के माध्यम से साइबर अपराध, महिलाओं से संबंधित अपराध, उत्तराखंड पुलिस एप के गौर शक्ति मॉड्यूल व यातायात नियमों की जानकारी दी गई. इसकी जानकारी देकर लोगों में जागरूकता पैदा की जा रही हैएसएसपी ने कहा कि इससे प्रदेश की लोक संस्कृति और कला को देश के साथ-साथ अन्य प्रांतों और विदेशों में भी बढ़ावा मिलेगा. पुलिस द्वारा की गई इस पहल के कारण क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं द्वारा पहाड़ी पेंटिंग की प्रशंसा की जा रही है।

जानिए क्या है ऐपण कला : आधुनिक रंग रोगन और विभिन्न रसायनों के पेंट से इतर, प्राचीन काल से उत्तराखंड में किसी भी त्योहार और शुभ कार्य के अवसर पर पेंटिंग के लिए चावल, गेरू, हल्दी, जौ और रोली का उपयोग किया जाता रहा है। यह घरों की दीवारों और फर्श आदि पर चला जाता है। रोली से घरों की दीवारों और फर्श आदि पर चित्रकला की जाती है जिसे ऐपण के नाम से जाना जाता था। जो उत्तराखंड की लोक संस्कृति और लोक परंपरा है। ऐपण को देवभूमि में आध्यात्मिक और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है।

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