देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती 35 वर्षीय मरीज में H3N2 प्रकार के इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है. यह मरीज पिछले एक सप्ताह से यहां भर्ती है। टीबी व चेस्ट विशेषज्ञ डॉ. अनुराग अग्रवाल की देखरेख में एंट्री हुई। दो दिन पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।

प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना के अनुसार मरीज की स्थिति सामान्य है। उनका कहना है कि यह मौसमी इन्फ्लुएंजा है और घबराने की कोई बात नहीं है। वहीं सूत्रों ने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज की लैब में पिछले तीन माह में 150 से अधिक सैंपल की जांच की जा चुकी है. जिनमें से 15 से ज्यादा मामले पॉजिटिव आए हैं. सभी ठीक होकर घर जा चुके हैं।

गर्भवती महिलाओं को बेड को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी

वहीं दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब गर्भवती महिलाओं को बेड की समस्या नहीं होगी. प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में बेड बढ़ने जा रहे हैं। यहां पुराने महिला अस्पताल के स्थान पर 570 बिस्तरों का नया ब्लॉक बनाया जाएगा। जिसमें 120 बेड स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग के होंगे। आपको बता दें कि दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रदेश के बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है। यहां न सिर्फ दून बल्कि दूर-दराज के इलाकों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं।

अस्पताल का स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग भी इससे अछूता नहीं है। उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी सहित सभी क्षेत्रों से गर्भवती महिलाएं यहां आती हैं। कोरोनेशन, रायपुर, प्रेमनगर अस्पताल में प्रसूति सुविधा है। लेकिन, दून महिला अस्पताल पर ज्यादा दबाव है। क्रिटिकल केस तो समझ में आता है, लेकिन सामान्य स्थिति में भी मरीजों को यहां धकेल दिया जाता है। ऐसे में यहां बेड के लिए मारामारी मची हुई है। स्थिति यह है कि कई बार एक बेड पर दो मरीजों को भर्ती करना पड़ता है।

वहीं कई बार बेड के लिए भी सिफारिश करनी पड़ती है। लेकिन जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी। हाल के बजट सत्र में, सरकार ने अगले तीन वर्षों में अस्पताल में 570 बिस्तरों का एक नया ब्लॉक शुरू करने का संकल्प लिया है।

प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में 110 बिस्तर हैं. जिनमें से करीब 60 बेड पुराने भवन में हैं। पुराने भवन के स्थान पर नया ब्लॉक बनाया जाएगा। अब यदि पुराने भवन में बेड हटा भी दिए जाएं तो नए ब्लॉक बनने से कुल बेड की संख्या बढ़ जाएगी। इनकी संख्या 160-170 के करीब पहुंच जाएगी। इससे गर्भवती महिलाओं की परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी।

नए ब्लाक में ये होगी स्थिति
महिला एवं प्रसूति रोग-120 बेड
बाल रोग-100 बेड
हड्डी रोग-100 बेड
जनरल सर्जरी-195 बेड
हड्डी रोग (एचडीयू-आइसीयू)-15 बेड
आब्जर्वेशन वार्ड-18 बेड
प्राइवेट व वीआइपी वार्ड

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