भूस्खलन प्रभावित जोशीमठ में एक बार फिर घरों में दरारें नजर आने लगी हैं. सिंहधार वार्ड में असुरक्षित घोषित एक मकान में बुधवार की रात तेज आवाज के साथ दरारें बढ़ गईं, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया.

परिवार का आरोप है कि उन्हें जबरन होटल से बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद वह असुरक्षित मकान में रहने को विवश हो गया। वहीं प्रशासन ने प्रभावित परिवार को नगर पालिका में शिफ्ट करने को कहा है.

प्रकाश भोठियाल का घर सिंहधार वार्ड में स्टेट बैंक के पास है। प्रकाश ने बताया कि बुधवार रात 10 बजकर 40 मिनट पर तेज आवाज हुई। लगा कि कुछ टूट गया है, जिससे परिवार के सभी सदस्य दहशत में आ गए। गुरुवार की सुबह जब उठा तो देखा कि घर की सीढ़ियां छत से चिपकी हुई हैं।

मकान की छत भी धंस गई और दीवारों में दरारें आ गईं। प्रकाश ने आरोप लगाया कि राहत शिविर में रहने के दौरान उनके हाथ में चोट लग गई थी।

उन्हें गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके साथ परिवार के लोग भी थे। उसी दौरान होटल व्यवसायी व नोडल अधिकारी ने उसे बुलाकर होटल का कमरा खाली करने को कहा. उन्हें बताया गया कि यात्रा सीजन में होटल बुकिंग आनी शुरू हो गई है।

प्रकाश के मुताबिक, अस्पताल से लौटने के बाद उन्होंने होटल के कमरे की चाभी सौंप दी और अपने असुरक्षित घर में लौट आए। दो माह से इसी मकान में रह रहे हैं।

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