जोशीमठ (चमोली) : जोशीमठ डिस्मैंटल : मौसम खुलने के साथ ही आपदा प्रभावित जोशीमठ में राहत कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है. दो होटलों समेत 19 भवनों को तोड़ने का काम सोमवार को भी जारी रहा।

आवास के बाद दुकानें खाली करने के आदेश, छह दुकानें चिह्नित
जोशीमठ में भूधंसाव से मकानों के क्षतिग्रस्त होने के बाद अब प्रशासन ने बाजार में दुकानें खाली कराने का आदेश दिया है. पहले चरण में छह ऐसी दुकानों को चिन्हित किया गया है, जिनमें दरारें आ गई हैं। इन दुकानों को शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य असुरक्षित दुकानों को भी चिन्हित किया जा रहा है।

बदरीनाथ हाईवे पर नई दरार उभर आई है
बद्रीनाथ हाईवे पर एसबीआई के सामने नई दरार उभर आई है, जिसे मिट्टी डालकर भरा जा रहा है। साथ ही मलारी हाईवे पर चौड़ी दरारों को भी मिट्टी से भरकर चलने योग्य बनाया जा रहा है। दूसरी ओर जेपी कॉलोनी में फटी जलधारा का बहाव भी घटकर 132 एलपीएम रह गया है।

बारिश और बर्फबारी के कारण काम रोकना पड़ा
बीते गुरुवार की रात से शुक्रवार देर रात तक हुई बारिश और बर्फबारी के कारण जोशीमठ में राहत कार्य की गति धीमी पड़ गई थी. साथ ही तोड़-फोड़ का काम पूरी तरह बंद करना पड़ा। वहीं, विपरीत परिस्थितियों में प्रशासन की चुनौतियां भी काफी बढ़ गई थीं।

शनिवार को मौसम साफ होने पर फिर से राहत के साथ-साथ भवनों को तोडऩे का काम शुरू हो गया। हालांकि बर्फ पिघलने के कारण काम की गति थोड़ी धीमी रही। लेकिन रविवार को तेज धूप खिलने के बाद काम ने रफ्तार पकड़ ली।

चयनित 20 में से 19 भवनों को गिराने का काम चल रहा है।
आपदा प्रभावित जोशीमठ में विखंडन के लिए चयनित 20 भवनों में से 19 को गिराने का कार्य जारी है. इनमें तीन आवासीय भवन शामिल हैं जिनमें दो होटल मलारी इन और माउंट व्यू, एक डाकघर और जेपी कॉलोनी में 14 भवन शामिल हैं।

जबकि पिछले दिनों एक भवन मालिक ने मुआवजे की मांग को लेकर टीम को वापस लौटा दिया था। होटलों को गिराने का काम पहले ही शुरू हो गया था, जिसके चलते पांच मंजिला मलारी इन और छह मंजिला माउंट व्यू की एक-एक मंजिल को तोड़ा गया है.

जेपी कॉलोनी में फटी जलधारा का बहाव कम हो गया
होटलों का मलबा ट्रकों के जरिए बदरीनाथ हाईवे पर सेलंग के पास डंपिंग जोन में डाला जा रहा है। उधर, जेपी कॉलोनी में बारिश व बर्फबारी के दौरान बढ़ा पानी भी कम हो गया है।