देहरादून: उत्तराखंड में जुलाई का महीना पुलिस महकमे के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. दरअसल, कांवड़ मेले के कारण इस बार राज्य में 3 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की आशंका के बीच पुलिस विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. खास बात यह है कि केंद्र सरकार से भी अर्धसैनिक बल की मांग की जा रही है.

छह जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा : उत्तराखंड में छह जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. आपको बता दें कि हर साल कांवड़ मेले में करोड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बार भी कांवड़ मेले में करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के उत्तराखंड पहुंचने की संभावना है। पुलिस विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि राज्य की आबादी से करीब दो गुना ज्यादा श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं.

केंद्र से अर्धसैनिक बलों की मांग : इस बीच सबसे बड़ी चुनौती यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखना है. इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात हैं। खास बात यह है कि इस बार भारत सरकार से अर्धसैनिक बल की भी मांग की जा रही है. हालांकि इसके अलावा उत्तराखंड के सभी जिलों की पुलिस भी कांवड़ मेला क्षेत्रों में तैनात रहेगी.

केंद्र सरकार से अर्धसैनिक बलों की 12 कंपनियों की मांग की गई है। साथ ही इस दौरान कांवड़ मेला क्षेत्र में बम निरोधक दस्ता और खोजी कुत्ते भी तैनात रहेंगे.

16 जून को होगी कांवड़ मेले की तैयारी बैठक : कांवड़ मेला का आयोजन भव्य पैमाने पर किया जाता है। इसमें कांवड़िए कई राज्यों से उत्तराखंड पहुंचते हैं। ऐसे में कांवड़ मेला की तैयारियों को लेकर 16 जून को अंतरराज्यीय बैठक भी होने जा रही है. इस बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल और राजस्थान जैसे राज्यों के अधिकारी भी वर्चुअली मौजूद रहेंगे. उत्तराखंड का हरिद्वार जिला सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला जिला है। इसलिए सभी घाटों पर भी खास इंतजाम किए जाएंगे।

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