चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ मंदिर में सोने का कलश स्थापित किया जाएगा। इसके लिए बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति दान देने वाले श्रद्धालुओं से भी बात कर रही है. साथ ही स्वर्ण गर्भगृह में श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन होंगे। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने पहली बार गर्भगृह में चांदी की जगह सोने की परत चढ़ायी है.

पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान 6 मई 2022 को केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले गए थे और 27 अक्टूबर 2022 को शीतकाल के लिए कपाट बंद कर दिए गए थे। कपाट बंद होने के कुछ दिन पहले बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और सरकार की अनुमति से गर्भगृह की दीवारों पर चांदी की जगह सोने की थाली लगवा दी थी.साथ ही विशेष लाइटें भी लगाई गई हैं, जिससे सोने से जड़े गर्भगृह की आभा और भी निखर उठेगी। मुंबई के एक हीरा व्यापारी ने गर्भगृह को सोने की मूर्ति भेंट की।

गर्भगृह की चांदी स्ट्रांग रूम में रखी है

मंदिर के गर्भगृह की दीवारों से हटाई गई चांदी की प्लेटों को मंदिर समिति द्वारा स्ट्रांग रूम में रखा जाता है। अभी तक इस चांदी का मंदिर में प्रयोग नहीं किया गया है।

केदारनाथ मंदिर का चांदी का कलश पुराना हो गया है। इस बार यात्रा सीजन में ही स्वर्ण कलश स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर का गर्भगृह स्वर्ण मंडित किया जा चुका है।-अजेंद्र अजय, अध्यक्ष, बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति।

मुख्यमंत्री ने चंपावत संभागीय निरीक्षक (तकनीकी) कार्यालय का उद्घाटन किया.