विकास नगर से पहाड़ न्यूज(Pahaadnews)
बिन्हार के मुटोगी गाव में बड़े ही अलग तरीके कुफ़ू रूप में मनाया जाता है हरेला का पर्व । इस में देवजल, नागराज , भद्राज महाराज और खेतो में खड़ी फसल की पूजा की जाती है। इसका मानने का तरीका अलग होता है गांव के एक आदमी में बहुत सारे पत्ते बांद दिया जाते है जो की कुफ़ू कहलाता है इसके बाद ग्राम देवता के स्थानों पर विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और आने वाली फसल के लिए प्रार्थना करते है की इस बार फसल अच्छी हो। सबसे बाद में बाबड़ी की पूजा होती है । दूध और मक्खन से पूजा की जाती है ।

इस अवसर गांव में उत्सव का माहोल रहता है, सभी घरों में पहाड़ी पकवान बनाए जाते है, ओर सब लोग अपने नाते रिश्तेदारों को दावत पर बुलाते है।

देहरादून जनपद से तक़रीबन 50 km की दुरी पर विकास नगर विधान सभा के बिन्हार छेत्र में मनाये जाने वाला एक मात्र कुफ्फू त्योहार आज पुरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगो में इसके बारे में जानने की उत्सुकता बनी हुई है। हमारी टीम ने जब गांव वालो से इसके बारे में जानकारी ली तो पता चला की ये एक यैसा त्योहार जो इसी एक गांव में मनाया जाता है , गांव की सभी लोग इस दिन एकत्रित हो कर इस त्योहार को मनाते है।

इस अवसर पर कुंदन तोमर,स्वराज तोमर,मातवर तोमर,गीतम तोमर,मनोज तोमर,गम्भीर तोमर,योगेंद्र तोमर,हिमांशु तोमर,बिशम्बर तोमर, प्रमोद तोमर,प्रदीप तोमर,विक्रम तोमर,युद्धवीर तोमर आदि लोग मौजूद रहे।