देहरादून,

जनपद नैनीताल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। उसने जगह- जगह पर बम बलास्ट की धमकी की जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिदीन की बताई। मामले में नैनीताल के थाना तल्लीताल में मुकदमा किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेचना एसटीएफ के अधीन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखंड देहरादून को स्थानांतरित की गई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि बीते कुछ समय पूर्व नैनीताल पुलिस के ऑफिशियल पेज पर नितिन शर्मा नाम से फेसबुक यूजर द्वारा खुद को हिजबुल मुजाहिद्दीन आंतकी संगठन का बताते हुए जिला नैनीताल को बम बलास्ट कर उड़ा देने की धमकी दी गयी थी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए प्रकरण में पुलिस ने मल्लीताल थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी थी। जिस बाद में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को स्थानातरित कर दिया गया। मामले में एसटीएफ द्वारा दो टीमों का गठन किया गया जिसमें से एक टीम को तकनीकी विश्लेषण का दायित्व सौंपा गया जबकि दूसरी टीम को मामले की जांच सौंपी गयी। पहली टीम ने भौतिकी व तकनीकी विश्लेषण से जानकारी प्राप्त की कि उक्त संदिग्ध व्यक्ति का नाम नितिन शर्मा पुत्र सुरेन्द्र शर्मा जो कि दिल्ली का निवासी है, किन्तु जिसके द्वारा अपना धर्म परिवर्तन कर खालिद नाम रख लिया है तथा वह आन्ध्रप्रदेश में होना बताया गया। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पूर्व भी उक्त व्यक्ति द्वारा 4 अक्टूबर 2022 को नैनीताल कन्ट्रोल रुम को इस प्रकार की भ्रामक सूचना जिसमें नैनीताल के विभिन्न स्थानों में बम बलास्ट होने की सूचना दी गयी थी। फिलहाल उस मामले में पूछताछ की जा रही है कि उसने यह कृत्य क्यों और किसके कहने पर अंजाम दिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून के सामने यह अब तक का जटिल व तकनीकी प्रकरण सामने आया है। जिसमें टीम द्वारा कई चुनौतियों का सामना करते हुए 20 दिन विजयवाड़ा व आन्ध्रप्रदेश के विभिन्न जनपदों में जाकर दर्जनों सीसीटीवी खंगाल कर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जिसके कब्जे से आधार कार्ड, ड्राईविंग लाइसेन्स व वोटर आईडी भी बरामद की गयी है।