मैनचेस्टर ,  पहाड़ न्यूज टीम

मैनचेस्टर : भारत ने इंग्लैंड में आठ साल बाद सीरीज जीती । भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का निर्णायक मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया. आठ साल बाद भारत ने इंग्लैंड को उसके घर में वनडे सीरीज में हरा दिया। हार्दिक पंड्या के हरफनमौला प्रदर्शन और विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत (नाबाद 125) के पहले एकदिवसीय शतक की मदद से भारत ने इंग्लैंड को निर्णायक एकदिवसीय मैच में पांच विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से जीत ली। भारत ने पहला वनडे 10 विकेट से जीता जबकि दूसरे वनडे में इंग्लैंड ने 100 रन से जीत दर्ज की।

पंड्या ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, पहले 24 रन में चार विकेट लिए और फिर 71 रन की अर्धशतकीय पारी खेली जिसमें 10 चौके लगे। पंत ने 113 गेंदों में 16 चौके और दो छक्के लगाए। जिसमें उन्होंने 42वें ओवर में डेविड विली पर लगातार पांच चौके भी लगाए। भारत ने बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद 42.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और पांड्या के चार विकेट और अनुशासित गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 45.5 ओवर में 259 रन पर समेट दिया।

हालांकि, भारतीय टीम के शीर्ष क्रम को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रीस टॉप्ले (35 रन देकर तीन विकेट) ने झटका दिया। लेकिन इसके बाद संकटमोचक की भूमिका निभा रहे पांड्या और पंत ने पांचवें विकेट के लिए 133 रन की साझेदारी कर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला. पंत ने इसके बाद रवींद्र जडेजा (नाबाद 07) के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 56 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने 47 गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 261 रन बनाकर श्रृंखला जीत ली।

रीस टॉप्ले ने कप्तान रोहित शर्मा (17), शिखर धवन (01) और विराट कोहली (17) के विकेट चटकाए जिससे भारत ने 38 रन पर तीन विकेट गंवा दिए। पहले ही ओवर में रोहित ने मिड-विकेट क्षेत्र में रीस टॉप्ले की गेंद पर दो शानदार चौके लगाए और फिर अगले ओवर में डेविड विली पर दो शानदार चौके जड़े. टॉप्ले ने पहले धवन और फिर रोहित को पवेलियन भेजा. टीम ने पांच ओवर में 21 रन पर दो विकेट गंवा दिए।

खराब फॉर्म को लेकर चर्चा का केंद्र बने कोहली ने विली पर तीन चौके लगाकर बड़ी पारी खेलने की उम्मीद जताई थी, लेकिन टॉप्ली की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेट के पीछे कैच देकर आउट how गए. पंत और सूर्यकुमार यादव (28 गेंदों में 16 रन) ने संभलकर खेला और टीम के स्कोर को 15 ओवर में तीन विकेट पर 68 रन तक ले गए। लेकिन सूर्यकुमार ने ऑफ स्टंप से बाहर जा रही एक उछालभरी गेंद पर बल्ला लगाकर विकेटकीपर को आसान कैच थमा दिया, जिससे भारत को 72 रन पर चौथा झटका लगा.

सबसे पहले पांड्या ने 43 गेंदों में सात चौकों की मदद से अपने करियर का सातवां अर्धशतक पूरा किया। भारतीय टीम ने 30 ओवर में चार विकेट पर 152 रन बनाए थे। फिर पंत ने पांचवें चौके के साथ 71 गेंदों में 50 रन पूरे किए। 35वें ओवर की आखिरी गेंद पर पंत ने लॉन्ग पर क्रेग ओवरटन की गेंद पर पारी का पहला छक्का लगाया, जिससे उन्होंने पहली गेंद पर चौका लगाया था।

इसके साथ ही भारत को जीत के लिए 15 ओवर में 63 रन चाहिए थे। पंड्या ने मैच को जल्दी खत्म करने की कोशिश में ब्रायडन कार्स पर लगातार दो चौके लगाए, लेकिन उनकी पारी अगली ही गेंद पर खत्म हो गई. पांड्या (55 गेंद) ने कार्स की शॉर्ट गेंद को जल्दी खेला और स्टोक्स ने मिडविकेट पर शानदार कैच लपका जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 205 रन हो गया.

पंत ने टीम को आसानी से जीत दिलाई और रिवर्स स्विप से चौका लगाकर जीत हासिल की। इससे पहले कप्तान जोस बटलर इंग्लैंड के लिए 80 गेंदों में 60 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। लेकिन पारी के पहले हाफ में गुजरात के ऑलराउंडर पांड्या ने अपनी शानदार गेंदबाजी से दबदबा बनाया और टी20 वर्ल्ड कप के लिए प्रतिद्वंदी टीम को कड़ी चेतावनी भी दी.

चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह खेल रहे मोहम्मद सिराज ने दिन के खेल की अपनी तीसरी गेंद पर जॉनी बेयरस्टो का विकेट लिया, जिससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया होता. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज ने गेंद को लेग साइड की तरफ खेला लेकिन गेंद बल्ले को छूकर मिड ऑफ पर खड़े श्रेयस अय्यर के हाथों में चली गई। इसके बाद सिराज ने जो रूट का विकेट लिया। इंग्लैंड के खिलाड़ी ने उनकी बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआ दिया और दूसरी स्लिप पर खड़े कप्तान रोहित शर्मा ने उसे पकड़ लिया।

इस तरह इंग्लैंड की फॉर्म में चल रहे दो बल्लेबाज शून्य पर पवेलियन लौट गए थे और टीम दूसरे ओवर में 12 रन पर दो विकेट गंवाकर मुश्किल में पड़ गई थी. इससे पहले जेसन रॉय (41) ने मोहम्मद शमी पर तीन चौके लगाए थे, जिसमें से मैच की पहली ही गेंद पर मिड ऑफ पर एक चौका लगा था. रोहित ने टॉस जीता और क्षेत्ररक्षण के लिए चुना, हालांकि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने ओल्ड ट्रैफर्ड में पिछले नौ मैचों में से आठ जीते हैं।

देहरादून उत्‍तराखंड न्यूज़ : रक्षाबंधन कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर पार्टी पदाधिकारियों संग चर्चा करते काबीना मंत्री गणेश जोशी।

बटलर पहले बल्लेबाजी करके खुश थे और बुमराह की अनुपस्थिति मेजबान टीम के लिए अच्छी खबर थी। लेकिन उन्हें कहां पता था कि दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक बुमराह की गैरमौजूदगी में भी विपक्षी टीम उनकी पारी में इतनी जल्दी विकेट ले लेती और वह भी बल्लेबाजों के अनुकूल पिच पर. बेन स्टोक्स ने दिखाया कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए कितनी अच्छी है।

रॉय और स्टोक्स ने सावधानी से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया लेकिन दोनों के बीच 54 रन की साझेदारी के बाद पंड्या ने इसे समाप्त कर दिया। पांड्या ने एक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हुए रॉय को विकेट के पीछे कैच करा दिया। इस तरह इंग्लैंड ने तीसरा विकेट 66 रन पर गंवा दिया।

पांड्या ने अपनी तरफ से दबाव बनाए रखा और जल्द ही उन्होंने अपनी ही गेंद पर इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान को अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया । उन्होंने अपना दूसरा विकेट पहले ही ओवर में लिया। भारत कसकर गेंदबाजी कर रहा था ताकि रॉय के आउट होने के बाद इंग्लैंड सात ओवरों में केवल 16 रन ही बना सके। सिराज ने वापसी की और तीन गेंदों में बटलर के हेलमेट पर दो बार वार किया। दोनों ही मौकों पर फिजियो को ‘कंस्यूशन प्रोटोकॉल’ के तहत बल्लेबाज की जांच करनी पड़ी।

इंग्लैंड के कप्तान ने इस बीच युजवेंद्र चहल (60 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर छक्का लगाया जबकि मोइन अली (34) ने सिराज की गेंद पर छक्का लगाया। इसके बाद दोनों ने फिर से इसी क्रम में छक्के लगाए। रवींद्र जडेजा ने मोइन को अपना शिकार बनाया।

भारतीय ऑलराउंडर ने डीप स्क्वेयर लेग से दौड़ते हुए पांड्या की गेंद पर लियाम लिविंगस्टोन (27 रन) का शानदार कैच भी लपका जिससे टीम ने 198 रन पर छह विकेट गंवा दिए। पांड्या ने दो गेंदों के बाद फिर बटलर को अपना चौथा शिकार बनाया। चहल ने डेविड विली (18 रन), क्रेग ओवरटन (32 रन) और रीस टॉप्ले (शून्य) को आउट कर इंग्लैंड की पारी का अंत किया।