झारखंड के लोहरदगा से गिरफ्तार आईएसआईएस आतंकी फैजान अंसारी को बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया है. उन्हें 20 जुलाई को रांची की विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया।

सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी फैजान अंसारी को 21 जुलाई को फिर से रांची की विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जा सकता है. एनआईए की टीम कोर्ट से फैजान की रिमांड मांग सकती है.

मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा था
एनआईए, आईबी और दिल्ली पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर गिरफ्तारी की. सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने जब उसके लैपटॉप की तलाशी ली तो उसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले.

एनआईए ने फैजान अंसारी के पास से कई डिजिटल सबूत जब्त किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, फैजान अंसारी डार्क नेट के जरिए आईएसआईएस आतंकियों के संपर्क में था। जानकारी के मुताबिक लोहरदगा में आतंक फैलाने के लिए युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा था. कई युवाओं को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए राजी किया गया।

जिहाद पर जोर
उसके मेल अकाउंट से भी एजेंसियों को कई जानकारियां मिलीं. यह डेटा राष्ट्रविरोधी है और कट्टरपंथी जिहाद को बढ़ावा देता है। भारत में आईएसआईएस की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रहा था।

कौन हैं फैज़ान अंसारी?
फैज़ान अंसारी अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र है. वह पिछले दो माह से लोहरदगा में रह रहा था. फैजान अंसारी लोहरदगा के मिल्लत कॉलोनी का रहने वाला है. उनके पिता का नाम फ़िरोज़ अंसारी है।

चमोली हादसे को देखते हुए मुख्य सचिव डॉ. संधु ने अविलंब सभी कार्यालयों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था के मानकों का परीक्षण करने के निर्देश दिये