मसूरी. शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए डीआरएस योजना पर चर्चा के लिए मसूरी के नगर पालिका परिषद सभागार में अधिशाषी अधिकारी राजवीर चौहान की अध्यक्षता में व्यापारियों, होटल मालिकों, थोक विक्रेताओं और जन प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई।इसके साथ ही प्लास्टिक पीने के पानी की बोतलों और अन्य वस्तुओं पर क्यूआर कोड लगाने को लेकर भी चर्चा हुई जहां उपस्थित लोगों द्वारा कई सुझाव दिए गए और योजना को लागू करने से पहले गहन मंथन करने को कहा गया.

इसके साथ ही प्लास्टिक की पेयजल बोतलों और अन्य वस्तुओं पर क्यूआर कोड लगाने पर भी चर्चा हुई, जिसमें उपस्थित लोगों द्वारा कई सुझाव दिए गए और योजना को लागू करने से पहले गहन विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में रीसिटी की ओर से नेहा और राहुल ने कहा कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्लास्टिक पैकेजिंग वाले सामान पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा, जिससे सामान खरीदने वाले को उससे थोड़ा अधिक भुगतान करना होगा. ताकि जो सामान खरीदेगा उसे प्रिंट से थोड़ा अधिक पैसा देना होगा व जब वह उपयोग के बाद खाली पैक या बोतल वापिस करेगा, तो उससे लिया गया अतिरिक्त पैसा लौटा दिया जायेगा।

इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारी राजवीर सिंह चौहान ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देशानुसार शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एक निजी कंपनी से अनुबंध किया जाना है। जो समय-समय पर प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए अभियान चलाएगी। इसके साथ ही खुदरा विक्रेता क्यूआर कोड लगाकर पानी की बोतलें और अन्य प्लास्टिक पैक सामान बेचेंगे और उपयोग के बाद बोतल या अन्य सामान दुकानदार को लौटा देंगे।

जिस पर ग्राहक से ली गई अधिक रकम वापस कर दी जाएगी। इसके साथ ही जहां प्लास्टिक की बोतलों को उपयोग के बाद एक निर्धारित स्थान पर रखा जाएगा, वहीं प्लास्टिक प्रदूषण पर भी रोक लगेगी।

इस मौके पर व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि बैठक में लाये गये प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. क्योंकि ये जल्दबाजी वाला प्रस्ताव है. उन्होंने कहा कि अगर इस योजना से उद्योगपतियों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तो वह इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां लाए गए प्रस्ताव में कई खामियां हैं. यदि इन खामियों को दूर कर लिया जाए तो निश्चित तौर पर ट्रेड यूनियन इस प्रस्ताव का समर्थन करेगी।

उत्तराखंड में जिन जगहों पर ऐसी योजना लागू की गई, वहां सफलता नहीं मिली। निकट भविष्य में पहले इस पर पूरा सर्वे किया जाए और एक टीम बनाकर इस पर मंथन किया जाए और फिर इसके क्रियान्वयन की बात की जाए।

इस अवसर पर निधि बहुगुणा, पवन कुमार, संजय अग्रवाल, जगजीत कुकरेजा, नागेद्र उनियाल, संजय अग्रवाल, अशोक कुमार, दिनेश गोयल, सुरेद्र गोयल, ईशा गुप्ता वैश्य, सोमपाल खुराना सहित हिलदारी, कीन व हिमालयन मिशन के सदस्य उपस्थित थे।

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