मसूरी : यह निर्णय उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच की बैठक में लिया गया है कि 7 अगस्त को मंच के नेतृत्व में भू कानून, मूल निवास और राज्य आंदोलनकारी क्षैतिज आरक्षण आदि मांगों को लेकर ‘मुख्यमंत्री कार्यालय मार्च’ में बड़ी संख्या में मसूरी से राज्य आंदोलनकारी भाग लेंगे.

शहीद स्थल पर आयोजित एक बैठक में चमोली जिले के हेलंग में एक बाहरी कोरपोरेट कंपनी के सुरक्षा बलों द्वारा स्थानीय महिलाओं से घास छीनने के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया, इसे पहाड़ी गौरव पर हमला बताया। इसके साथ ही वक्ताओं ने मसूरी में स्थानीय प्रशासन पर अतिक्रमण के नाम पर कुछ राज्य आंदोलनकारियों और पहाड़ियों के मूल निवासियों के रोजगार को नष्ट करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि तबाह उत्तराखंड आंदोलनकारियों और मूल निवासियों का तुरंत पुनर्वास नहीं किया गया, तो मंच लडाई तेज करेगा ।

बैठक में सर्वसम्मति से उत्तराखंड आंदोलन मंच की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। जिसमें जयप्रकाश उत्तराखंडी संरक्षक, देवी गोदियाल अध्यक्ष, पूर्व सभासद केदार सिंह चौहान महामंत्री, पूरण जूयाल वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुरेन्द्र डंगवाल उपाध्यक्ष, श्रीपति कण्डारी सचिव, मंच की महिला प्रकोष्ठ लंढौर छावनी परिषद की पूर्व सदस्य चंद्रकला सयाना अध्यक्ष और राजेश्वरी नेगी महासचिव बनाये गये।

मंच के कार्यकारी सदस्य के रूप में नागेन्द्र डिमरी, सुंदर लाल, मोहनसिंह, श्याम सिंह, रमेश खंडूडी, संजय गोस्वामी आदि चुने गए।

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