मसूरी : मसूरी में अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर एनएसयूआई छात्र संघ ने मसूरी एमपीजी कॉलेज के मुख्य द्वार पर राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. छात्र नेताओं ने कहा कि उत्तराखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. बीजेपी लगातार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा दे रही है, लेकिन बेटियों को कुचलने का काम बीजेपी के नेता ही कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के साथ जिस तरीके से  बीजेपी नेताओं ने उनकी बेरहमी से हत्या की है, उन्हें तत्काल मौत की सजा दी जानी चाहिए. एनएसयूआई नेता प्रिंस पवार और मसूरी के एनएसयूआई नगर अध्यक्ष नवीन शाह ने कहा कि उत्तराखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. बेटियों को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाले बीजेपी सरकार के मंत्री और रिश्तेदार ही बेटियों का शोषण और हत्या कर रहे हैं. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रात में आरोपी के रिसोर्ट में बुलडोजर चलाने के नाम पर महज शरारत की है. ताकि मौके से सबूत मिटाए जा सकें।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले में राजनीति कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के दोषियों को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए और जब तक उन्हें फांसी नहीं दी जाती, तब तक एनएसयूआई छात्र संघ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता रहेगा.

क्या है मामला

मालूम हो कि अंकिता भंडारी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में काम करती थी। अंकिता भंडारी पिछले पांच दिनों से लापता थी। लेकिन शव मिलने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि उसकी हत्या की गई है. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और 24 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि वे अंकिता भंडारी को एक सुनसान जगह ले गए और उसे शराब पिलाई और फिर शराब के नशे में उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया.