मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने मसूरी में आपसी सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने के लिए मसूरी में सभी वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों का अभिनंदन किया। मसूरी पिक्चर पैलेस पार्किंग स्थल के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में 30 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, महासचिव जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल और उपाध्यक्ष अतुल अग्रवाल ने कहा कि मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन लगातार मसूरी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है और सभी वर्गों को एक मंच पर लाने का प्रयास करता है, वे एक दूसरे का समर्थन करते हैं। तीज का त्योहार मिलजुल कर मनाकर भाईचारे का संदेश देने का काम करता है।

उन्होंने कहा कि मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सभी वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करते हुए उनसे मसूरी के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की और अपने अनुभव भी साझा किए. उन्होंने कहा कि मसूरी एक ऐसा पर्यटन स्थल है जहां स्थानीय लोगों की भूमिका अहम होती है ऐसे में पुराने लोगों ने अंग्रेजों का समय देखा है और उस समय के मसूरी और अब की मसूरी में बहुत अंतर आ चुका है।

लेकिन पुरानी संस्कृति और इतिहास को संजोने में बुजुर्गों का योगदान अहम है, मसूरी ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने पहली बार सभी बुजुर्गों को एक मंच पर लाने, उनका सम्मान करने और उनके अनुभव साझा करने की पहल की है. उन्होंने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आज का युवा अपने बड़ों को भूलता जा रहा है।

व्यस्त जीवन के कारण वह अपने माता-पिता और बड़ों की देखभाल नहीं कर सकता जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एक बच्चे के लिए सबसे बड़ा सम्मान उसके माता-पिता का होता है, जिनका हर कीमत पर सम्मान किया जाना चाहिए, ऐसे में उन्होंने युवा पीढ़ी को यह संदेश देने का काम किया कि जिनके घर में बड़े-बुजुर्ग हैं, उनका ख्याल रखें और उनके अनुभवों के साथ उनका आशीर्वाद ले जिससे उनकी जिंदगी बेहतर हो पाये।

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान देखा गया कि हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करते हुए भाईचारे का संदेश दे रहे थे, जो अद्भुत था. उन्होंने कहा कि मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन मसूरी में बुजुर्गों का सम्मान कर गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

बदरीनाथ यात्रा सुचारू, बंदरकोट के पास गिरे पत्थर