मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

पर्यटन नगरी मसूरी में सीजन के दौरान लंबा जाम लगता है, जिससे पर्यटकों के साथ-साथ आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए प्रशासन ने किंक्रेग में कार पार्किंग से शटल सेवा शुरू कर दी है।मसूरी में लगातार सीजन के दौरान ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिस ने मसूरी आने वाली बसों और टेपो यात्रियों को किंक्रेग में मल्टी-लेबल पार्किंग में मुफ्त पार्किंग की सुविधा प्रदान की है और वहां से मसूरी के लिए शटल सेवा शुरू की गई है. . जिससे वहां बड़े वाहन खड़े होंगे और पर्यटकों को टैक्सी या होटल कार से मसूरी ले जाया जाएगा ताकि शहर में यातायात को राहत मिल सके, हालांकि इस सेवा के कारण पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन फिलहाल पुलिस व्यवस्था करने में लगी हुई है और यहां से पर्यटकों को वाहनों से मसूरी पहुंचाया जा रहा है. इस सेवा के तहत जहां टैक्सी चालक भी आय का जरिया बन गए हैं, वहीं पार्किंग की समस्या भी काफी हद तक हल होने की उम्मीद है। गुजरात के एक पर्यटक धर्मेंद्र भाई पटेल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ मसूरी घूमने आए हैं और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से वे बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से शहरवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. वही गुजरात से आई पर्यटक सुषमा पटेल ने बताया कि वह यहां के मौसम से अभिभूत हैं और उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं है कि वह 1 घंटे से सड़क पर खड़े हैं. क्या करेंगे नवीन भाई पटेल ने कहा कि जहां मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है वहीं पर्यटन नगरी मसूरी में मौसम सुहावना है और यहां आकर ठंड का अहसास हो रहा है.
बाक्स- शटल सर्विस को लेकर मसूरी घूमने आए पर्यटक नवीन भाई पटेल ने बताया कि वह यहां करीब डेढ़ घंटे से खड़े हैं और उन्हें बताया गया है कि जाम के कारण उनके वाहन भी यहां खड़े रहेंगे. जिस होटल में उन्हें अपनी कार से जाना है, वे होटल जाएंगे या यहां से उन्हें टैक्सी से होटल ले जाया जाएगा। लेकिन अभी तक कोई गाड़ी नहीं आई है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जो पर्यटक घूमने आया है, वह दिन भर यहां पार्किंग में कार का इंतजार करता रहेगा, फिर कब घूमेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि उनका सरोइसा कब खाना बनायेगा . उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकारी रोडवेज बस जा रही है तो टूरिस्ट बस को क्यों रोका जा रहा है जबकि यह बस भी टैक्स देती है.