मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

लंढौर का उप जिला अस्पताल बनने के बाद अस्पताल में पहली बार हड्डी रोग का सफल ऑपरेशन किया गया. चार से पांच घंटे का समय लगा । इस पर सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह ने कहा कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद राणा और एम्स से यहां आए डॉ. खजान सिंह चौहान की सूझबूझ से हड्डी रोग का सफल ऑपरेशन किया गया है. इसके लिए उन्होंने दोनों डॉक्टरों को बधाई दी। वहीं अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ और ओटी स्टाफ की कमी को भी पूरा किया जाएगा, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयास कर रहा है.

सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह ने उप जिला अस्पताल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उप जिलाचिकित्सालय बनने के बाद पहली बार अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. अरविंद राणा व एनेस्थेसिक डा. खजान सिंह चौहान की सूझबूझ से आर्थोपेडिक का सफल आपरेशन किया गयां है। इसमें मरीज की हड्डी का ऑपरेशन किया गया, जो करीब डेढ़ माह पुरानी थी। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन जटिल और कठिन था लेकिन डॉक्टरों ने सीमित संसाधनों में ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जो कि अस्पताल की एक बड़ी उपलब्धि है.

आर्थोपेडिक सर्जन डा. अरविंद राणा ने बताया कि एक युवक के पैर की हड्डी करीब डेढ़ महीने पहले टूट गई थी और गलत जोड़ दिया गया था, जिसके कारण वह चल नहीं पा रहा था. उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने यहां ऑपरेशन कराने की इच्छा जताई। जिस पर उसके ऑपरेशन की तैयारी की गई और उसका सफल ऑपरेशन किया गया। उन्होंने कहा कि अब मसूरी में लगातार सर्जरी की जाएगी, जिससे आसपास के लोगों को फायदा होगा. हालांकि अभी भी पैरामेडिकल और प्रशिक्षित स्टाफ की कमी है।

वहीं एनेस्थेटिक डॉक्टर डॉ. खजान सिंह ने कहा कि स्टाफ की कमी के बावजूद ऑपरेशन किया गया जो सफल रहा और आने वाले समय में अन्य बीमारियों के लिए भी इसी तरह के ऑपरेशन यहां किए जाएंगे.

इस मौके पर मरीज दिनेश चौहान ने बताया कि वह हिमाचल का रहने वाला है और डेढ़ माह पहले उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था. पहले वहां दिखाया, फिर हिमाचल के ही दूसरे अस्पताल में दिखाया, लेकिन फायदा नहीं हुआ और उसने गलत हड्डी जोड़ दी। जिसके बाद वे देहरादून आ गए, जहां किसी ने डॉ. अरविंद राणा के बारे में बताया। फिर उससे संपर्क किया। जिस पर उन्होंने कहा कि मामला पुराना और पेचीदा है. फिर भी, वह ऑपरेशन करने के लिए तैयार हो गया और उसे मसूरी भेज दिया। यहां सफल ऑपरेशन किया गया, मैं बहुत खुश हूं। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रदीप राणा भी उपस्थित थे।