मसूरी ,PAHAAD NEWS TEAM

मजदूर संघ से जुड़े रिक्शा चालकों के आवास तोड़े जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे रिक्शा व बोझा मजदूरों के काम नहीं करने से पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

रिक्शा और बोझा मजदूर धरने में शामिल हो गए, जिसके कारण मालरोड पर रिक्शा नहीं चल सके, जिसके कारण पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को मालरोड पर एक छोर से दूसरे छोर तक जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. पैदल ही आना जाना पड़ा।

वहीं, बोझा मजदूर भी प्रदर्शन में शामिल थे, जिससे बस या अपने वाहनों से यात्रा करने वाले पर्यटकों सहित स्थानीय नागरिकों को बोझा मजदूर न मिलने के कारण खुद ही माल ढोना पड़ा. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्योंकि मसूरी में होटल पार्किंग और बस स्टैंड से काफी दूरी पर है, जहां पहुंचने के लिए रिक्शा या बोझ कर्मी की जरूरत होती है। ऐसे में सभी को पैदल चलने के साथ-साथ अपना सामान भी साथ रखना पड़ा। दोपहर में जब धरना समाप्त हुआ तो रिक्शे चले और बोझा मजदूरों ने माल ढोने का काम शुरू कर दिया.