मसूरी , पहाड़ न्यूज टीम

राजकीय प्राथमिक विद्यालय मलिंगार के दो दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को लाॅज डलहौजी नंबर 10 ने विश्व भाईचारा दिवस पर स्कूल बैग, ट्रैक सूट, स्टेशनरी, जूते, छाता, रजाई सहित अन्य सामान वितरित किया . साथ ही स्कूल को एक बड़ी आलमारी भी भेंट की गई।

लॉज डलहौजी नंबर 10 के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में परोपकारी समिति के अध्यक्ष प्रमोद साहनी ने लॉर्ड डलहौजी के सेवा कार्यों की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि तीन सौ साल पहले 24 जून को प्रथम श्रेणी लॉज की स्थापना इंग्लैड में हुई थी । जो तब से पूरी दुनिया में सेवा का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व भाईचारा दिवस पर पूरे विश्व में सेवा कार्य किया जा रहा है, जिसमें भारत वर्ष के साढे चार सौ लाॅज हैं, जबकि मसूरी लॉज भी 170 वर्ष पुराना होने जा रहा है, जहां वर्ष 1854 में लॉज की स्थापना की गई थी। मसूरी लॉज समय-समय पर सेवा कार्य करता रहता है, जिसके तहत पिछले वर्ष विद्यालयों की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए घरों में काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाली महिलाओं को सम्मान दिया। लाॅक का उद्देश्य समाज में भाईचारा स्थापित करना है।

इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लॉज के मास्टर विपुल मित्तल ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्व भाई चारा दिवस पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय मलिंगार छावनी के छात्र छात्राओं को जरूरत का सामान बांटा गया. स्कूल को अलमारी दी गई। उन्होंने कहा कि यह लॉज 15 साल से इस स्कूल से जुड़ा हुआ है।

इससे पहले शैलेंद्र कर्णवाल ने सभी का विधिवत स्वागत किया। वहीं सचिव सुविज्ञ सब्बरवाल ने बच्चों को दिए गए सामान की जानकारी दी। इस मौके पर स्कूल के बच्चों ने सुंदर अंग्रेजी कविता, देशभक्ति के गीत सुनाए और एक छोटे लड़के ने ढोलक पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. स्कूल शिक्षक परविंद रावत ने लॉज डलहौजी का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से समाज के कमजोर बच्चों की मदद की जा रही है, उसके लिए पूरा स्कूल परिवार उनका आभारी है. उन्होंने कहा कि ये बच्चे बेहद गरीब परिवारों से आते हैं जिन्हें आगे बढ़ने के लिए समाज के सहयोग की जरूरत है. अंत में मनमोहन कर्णवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विनेष संघल, सीआर आर्य, नितीश मोहन अग्रवाल,आदि उपस्थित थे।