मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

पर्यटकों के हित में लिए गए निर्णयों का पालन न करना पुलिस और प्रशासन की कमी का प्रतीक है, यही कारण है कि बैठकों में लिए गए निर्णयों को धरातल पर नहीं लाया जाता है, जिससे व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।

सीजन से पहले पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में तय हुआ कि शहीद भगत सिंह चौक से लंढौर जाने वाली सड़क पर टैक्सी स्कूटर नहीं खड़े होंगे. लेकिन इस फैसले को लागू नहीं किया गया। पुलिस ने एक दो दिन ही कार्रवाई की और स्कूटर को जब्त कर लिया, लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी रही. जिससे लंढौर रोड पर जाम की स्थिति बनी हुई है। जबकि सड़क के किनारे बड़े अक्षरों में नो पार्किग लिखी हुई है । लेकिन इसी के तहत टैक्सी स्कूटरों की पार्किंग पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, वहीं पुलिस और प्रशासन के ये बोर्ड हंसी का पात्र बनते जा रहे हैं. सवाल उठता है कि क्या पुलिस और प्रशासन जानबूझकर ऐसी लापरवाही करते हैं या इसके पीछे कोई और कारण है। एक बार यह तय हो गया था कि इस क्षेत्र में टैक्सी स्कूटी की पार्किंग नहीं होगी, इसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। इससे प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं।