मसूरी , PAHAAD NEWS TEAM

छावनी परिषद लंढौर के सिविल क्षेत्र को नगर पालिका क्षेत्र में शामिल करने के लिए छावनी एवं रक्षा संपदा रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनका पक्ष जाना। बैठक में मौजूद छावनी परिषद क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों ने लंढौर के नागरिक क्षेत्र को नगर परिषद मसूरी में शामिल करने की पुरजोर वकालत की.

बैठक में छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष बादल प्रकाश ने कहा कि छावनी बोर्ड क्षेत्र के लोग नगर पालिका से जुड़ना चाहते हैं और नागरिक क्षेत्र को नगर पालिका में शामिल करने से जनता को काफी लाभ होगा.

वहीं, पूर्व उपाध्यक्ष महेश चंद ने कहा कि वर्तमान में छावनी बोर्ड के नागरिक दूसरे जीवन स्तर पर जी रहे हैं. उन्हें न तो सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है और न ही भवन खरीदने-बेचने के लिए एनओसी दी जाती है।

इस मौके पर पूर्व पार्षद पुष्पा पडियार ने कहा कि छावनी परिषद में बजट के अभाव में जनहित के कार्य पूरे नहीं हो पाते हैं. वहीं लोग राज्य सरकार की योजनाओं से वंचित हैं। जनता की समस्याओं का समाधान समय पर नहीं होता, वहीं संपत्तियों की खरीद-बिक्री भी संभव नहीं है। इतना ही नहीं भवनों का मूल्यांकन भी नहीं होता और उनकी मरम्मत में कई तरह की दिक्कतें आती हैं। यदि यह क्षेत्र नगर पालिका में शामिल हो जाता है तो इसका लाभ जनता को मिलेगा।

बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त सचिव छावनी और रक्षा संपदा मंत्रालय रक्षा निवेदिता शुक्ला वर्मा ने की। बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक रक्षा मंत्रालय दिल्ली सोनम येगडोल, सेंटल कमांड के निदेशक एनवी सत्यनारायण, डीडीजी अमित मिश्रा, छावनी परिषद के सीईओ कौशाल गौतम, डीईओ मेरठ हरेंद्र कुमार, ज्वाइंट सेकेट्री रक्षा मंत्रालय राकेश मित्तल, छावनी परिषद लंढौर के पूर्व सभासद सुशील कुमार, रमेश कन्नौजिया, चंद्रकला सयाना, राजेश कन्नौजिया, कमल शर्मा आदि उपस्थित थे।