नई दिल्ली, PAHAAD NEWS TEAM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना वायरस के हालात पर चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बिना हिल स्टेशनों पर भारी भीड़ का लगना चिंता का विषय है. इस दौरान पीएम ने यह भी कहा कि कोविड-19 फैलने के अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में टीकाकरण पर अधिक जोर देने की जरूरत है.

पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ जिलों में कोविड-19 की स्थिति चिंताजनक है. ऐसे में सतर्क रहने और वायरस को और फैलने से रोकने के लिए तेजी से कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी पर्यटन स्थलों पर बिना मास्क के भारी भीड़ जमा होना और सामाजिक दूरी का पालन नहीं करना चिंताजनक है.

पीएम ने कहा, मैं जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशनों पर और मार्केट्स में बिना मास्क पहने और प्रोटोकॉल का पालन किए बिना भारी भीड़ का उमड़ना सही नहीं है। यह चिंता का कारण है। कई बार हम लोगों को कहते सुनते हैं कि हम तीसरी लहर आने से पहले आनंद लेना चाहते हैं। यह समझना जरूरी है कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। कई बार लोग पूछते हैं कि तीसरी लहर से निपटने की आपकी क्या तैयारी है । आज हमें यह सोचने की जरूरत है कि तीसरी लहर को कैसे रोका जाए। कोरोना एक ऐसी चीज है, जो अपने आप नहीं आती। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है।

कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है. वायरस को फैलने से रोकने के लिए छोटे स्तर पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। पीएम मोदी ने इस दौरान सूक्ष्म निषेध केंद्रों पर अधिक जोर देने का आह्वान भी किया।

कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट से पैदा हुए खतरे को लेकर पीएम ने कहा कि हमें कोविड के हर रूप पर नजर रखने की जरूरत है, ऐसी बदलती परिस्थितियों में रोकथाम और उपचार बहुत जरूरी है.