श्रीनगर, PAHAAD NEWS TEAM

इस बार राज्य में चारधाम यात्रा 3 मई से शुरू होने जा रही है. गंगोत्री-यमनोत्री के कपाट सबसे पहले 3 मई को खुलने जा रहे हैं। भगवान केदारनाथ के कपाट 6 मई और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे। यात्रा के दौरान बारिश होने तक स्थिति ठीक रहती है, लेकिन बारिश शुरू होते ही स्थिति बिगड़ने लगती है। बारिश के कारण यात्रा मार्ग बंद होने से यात्रियों और प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

सड़कें बंद होने के कारण राहगीरों को सड़क पर ही दिन गुजारने पड़ रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग NH 58 पर चमधार के पास भी ऐसे ही हालात हैं। यहां दो-तीन दिन सड़क बंद रहती है। सड़क को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. सड़क खुल भी जाती है तो बारिश होने पर रास्ता बंद हो जाता है।

इस बार भी यात्रा के दौरान लोगों को चमधार लैंडस्लाइड जोन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उम्मीद की जा रही थी कि लोक निर्माण विभाग इसके इलाज के लिए कोई स्थायी रास्ता खोजेगा, लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक इंजीनियर इसका कोई ठोस स्थायी इलाज नहीं ढूंढ पा रहे हैं. जिससे यात्रियों को मार्ग बंद होने पर वैकल्पिक मार्ग श्रीनगर-खिर्सू-खांकरा और श्रीनगर-देवलगढ़-चमधार मोटर मार्गों का उपयोग करना होगा।

डिप्टी कलेक्टर श्रीनगर अजयवीर सिंह ने बताया कि हाल ही में लोक निर्माण विभाग के साथ हुई बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में चमधार भूस्खलन क्षेत्र का कोई स्थायी उपचार नहीं किया जा रहा है. जिससे यात्रियों को मार्ग बंद होने की स्थिति में वैकल्पिक मार्गों श्रीनगर-खिर्सू-खांकरा और श्रीनगर-देवलगढ़-चमधार मोटर मार्गों का उपयोग करना होगा। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग को यह भी निर्देश दिया गया है कि यात्रा अवधि के दौरान तीन से चार जेसीबी मशीनें चमधार में रखी जाएं, ताकि समय पर सड़क खोली जा सके.