नई दिल्ली, PAHAAD NEWS TEAM

भारत की डिजिटल क्रांति की जड़ें लोकतंत्र में हैं। आज भारत में लगभग 600 गांव ब्रॉडबैंड से जुड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश में डिजिटल तकनीक की मदद से लोगों की जिंदगी बदल रही है. पीएम मोदी ने ‘सिडनी संवाद में ‘भारत में प्रौद्योगिकी विकास और क्रांति’ विषय पर ये बातें कहीं।

पीएम मोदी ने कहा, भारत के लोगों के लिए यह बहुत सम्मान की बात है कि आपने मुझे सिडनी डायलॉग को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। मैं इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उभरती डिजिटल दुनिया में भारत की केंद्रीय भूमिका की मान्यता के रूप में देखता हूं। डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है। यह संप्रभुता, शासन, नैतिकता, कानून, अधिकारों और सुरक्षा पर नए सवाल उठा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, शक्ति और नेतृत्व को आकार दे रहा है।

पीएम मोदी ने कहा, प्रौद्योगिकी वैश्विक प्रतिस्पर्धा का एक प्रमुख साधन बन गई है, यह भविष्य की अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को आकार देने की कुंजी है। प्रौद्योगिकी और डेटा नए हथियार बन रहे हैं। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत खुलापन है। हमें वेस्टर्न इंटरेस्ट के स्वार्थों को इसका दुरुपयोग नहीं करने देना चाहिए ।

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने उद्घाटन भाषण में कहा था कि ऑस्ट्रेलिया-भारत के बीच गहरी दोस्ती है और समय के साथ हमारे रिश्ते और भी गहरे होंगे. हम अंतरिक्ष, विज्ञान, डिजिटल प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में काफी प्रगति कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सम्मान की बात है कि पीएम मोदी सिडनी डायलॉग को संबोधित कर रहे हैं । 17 से 19 नवंबर तक ‘सिडनी डायलॉग’ का आयोजन किया जा रहा है।