रविवार सुबह बद्रीनाथ हाईवे पर बाजपुल चाड़ा पिनौला और टैयापुल के पास भूस्खलन हुआ। हाईवे पर भारी मलबा होने के कारण रास्ता बंद हो गया था। जिससे बद्रीनाथ धाम की यात्रा अभी रुकी हुई है। रास्ता बंद होने से हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है।

साथ ही हाईवे से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। जिससे बद्रीनाथ धाम जाने वाले सभी वाहनों को मारवाड़ी पुल पर रोक दिया गया है। हाईवे बंद होने से तीर्थयात्री परेशान हैं। यहां यात्री पानी और भोजन के अभाव में भूखे-प्यासे सड़क पर बैठे हैं।

यात्री आशीष त्रिपाठी का कहना है कि वह तीन-चार किलोमीटर दूर से पानी व बिस्किट लेकर मौके पर पहुंचा है। रास्ता बंद होने से लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं कई श्रद्धालु सड़क पर ही भजन पर झूमने लगे।

वहीं, चमोली बाजार से आगे वाहनों की आवाजाही को नंदप्रयाग-सेकोट-कोठियालसेन मार्ग से डायवर्ट किया जा रहा है. इस मार्ग पर बार-बार जाम लगता है जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बद्रीनाथ धाम में शनिवार को करीब 13 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। बदरीनाथ धाम में अब तक 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के मुख्य पड़ाव पीपलकोटी में शौचालय व पेयजल की कमी है, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी महिला श्रद्धालुओं को हो रही है।

लोगों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम की यात्रा को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ दिया गया है, लेकिन तीर्थस्थल पर बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जाती हैं.