टिहरी गढ़वाल : महाकुंभ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का एक मंच है। इस खेल महाकुंभ के माध्यम से हम भविष्य के लिए एक ऐसी खेल नर्सरी तैयार करेंगे जो देश और प्रदेश को गौरवान्वित करेगी। हमारा प्रयास है कि हम अपने खिलाड़ियों को बेहतर अवसर प्रदान करें और उन्हें 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करें।

यह बात प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने बुधवार को विधान सभा में कही, जहां वह बुधवार को राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ की तैयारियों को लेकर शिक्षा एवं खेल विभाग के विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर रही थीं. खेल मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ प्रदेश में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ को भव्य एवं दिव्य बनाने पर जोर दिया. कार्यक्रम का आयोजन महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून में किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि न्याय पंचायत स्तर से शुरू हुआ यह महाकुंभ अब ब्लॉक स्तर, जिला स्तर और अब राज्य स्तर पर होने जा रहा है, जिसकी तैयारी की जा रही है. अंतिम रूप दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि लगभग चार लाख खिलाड़ियों ने इस खेल महाकुंभ में भाग लिया है, जो दर्शाता है कि हमारे राज्य के खिलाड़ियों में खेल के प्रति कितना जुनून है।

उन्होंने कहा कि आज हमारे बच्चे अपने खेल कौशल से देश-विदेश में अपना नाम बना रहे हैं। कभी कहा जाता था कि आगे बढ़ने के लिए केवल शिक्षा ही जरूरी है, लेकिन अब यह धारणा बदल रही है, आज हर माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के प्रति भी प्रेरित कर रहे हैं। खेल आज बच्चों को वह सब कुछ प्रदान करते हैं जो वे चाहते हैं।

खेल मंत्री ने बताया कि इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 13 जिलों की 13 टीमें भाग लेंगी, जिसमें 14 खेल खेले जायेंगे. राज्य स्तर पर यह आयोजन जिला से जिला टीमों के बीच होगा।इस बीच मंत्री रेखा आर्य ने शिक्षा विभाग से बेहतर सहयोग की अपील की और कहा कि इस बार राज्य के पारंपरिक खेलों को भी शामिल किया गया है। खेल महाकुंभ, जिसमें मलखम्ब ,मुर्गा झपट,उड़डू और कई अन्य खेल शामिल हैं।

खेल मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार खेल और खिलाड़ियों को लेकर गंभीर है. खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने मुख्यमंत्री खिलाड़ी उदयमान उन्नयन योजना शुरू की, जिसके माध्यम से बच्चों को 500 रुपये प्रति माह दिया जाता है। 1500 छात्रवृत्ति दी जा रही है, साथ ही राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाडिय़ों के लिए प्रोत्साहन राशि भी हमने बढ़ा दी है।

इसके अलावा हम जल्द ही खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण शुरू करने जा रहे हैं। जिससे हमारे खिलाड़ी भी सरकारी नौकरियों का लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड जिस तरह से देवभूमि के नाम से जाना जाए, आने वाले समय में हम इसे खेल की भूमि के रूप में जाने, इसके लिए हमारी सरकार और हमारा विभाग गंभीर है और लगातार प्रयास कर रहा है.

शिक्षा महानिदेशक श्री बंसीधर तिवारी जी,अपर सचिव व निदेशक खेल एवं युवा कल्याण श्री जितेंद्र सोनकर जी ,,संयुक्त निदेशक खेल श्री धर्मेंद्र भट्ट जी,संयुक्त निदेशक श्री अजय अग्रवाल जी, उपनिदेशक श्री शक्ति सिंह जी, सहित खेल विभाग सहित खेल जगत के गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे.