टिहरी गढ़वाल : परोगी कांडी मोटर मार्ग की डेढ़ दशक से ग्रामीण डामरीकरण की राह देख रहे हैं। सड़क पर लगा खडंजा जगह-जगह उखड़ गया है। खस्ताहाल सड़क राहगीरों की परेशानी बढ़ा रही है। परोगी कांडी मोटर मार्ग का डामरीकरण ना होने से लोगो में रोष भी बहुत है
तमाम कोशिशों के बाद भी परोगी कांडी मोटर मार्ग की दशा नहीं सुधर सकी है, जबकि इस मोटर मार्ग को बने कई दशक से अधिक का समय बीत चुका है। ग्रामीण डामरीकरण की राह देख रहे हैं, लेकिन शासन की ओर से डामरीकरण के प्रस्ताव को ही मंजूरी नहीं मिल रही है। बरसात में सड़क के हालात और खराब हो गए हैं। इस कारण वाहन चालक इस सड़क पर वाहन चलाने से भी डर रहे हैं।
सड़क बनने का लाभ डामरीकरण के अभाव में ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। डामरीकरण नहीं हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। बरसात में लोगों को भारी परेशानी होती है। शासन को तत्काल इस संबंध में सार्थक कार्रवाई करनी चाहिए।
अच्छी रोड विकास की इबारत लिखती हैं। इससे बिल्कुल उलट सड़कों के मरम्मत की अनदेखी क्षेत्रीय लोगों को कचोट रही है। क्षेत्रवासी आवागमन के लिए टूटी सड़कों के मरम्मत की राह देख रहे हैं। अच्छी सड़कें क्षेत्र के विकास की पहचान बनती हैं। जर्जर सड़कों की मरम्म्त होना आवश्यक है।
परोगी कांडी मोटर मार्ग का डामरीकरण ना होने से लोगो में रोष भी बहुत है गामीणो ने कहाँ अगर हमारी परोगी कांडी मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं किया गया तो हम फिर कुछ भी कर सकते है।
टिहरी गढ़वाल : आजादी के 75 साल बाद भी रोड के लिए तरस रहे है मेलगढ के ग्रामीण
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