टिहरी, पहाड़ न्यूज टीम

प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) में हो रही देरी से चंबा प्रखंड के बागी और मठियाण गांव के 600 से अधिक परिवार प्रभावित हो रहे हैं. गांव के लिए स्वीकृत नागणी-बागी-मठियाण गांव की सड़क का निर्माण कार्य साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है. इतना ही नहीं सड़क कटने से ग्रामीणों के खेत मलबे से ढक गए हैं। जिससे ग्रामीण खेती नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ ही पैदल मार्ग और जलस्रोत भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं, ग्रामीणों ने कार्यकारिणी संगठन से सड़क निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है.

बता दें कि सरकार ने चंबा प्रखंड के नागणी-बागी-मठियाण गांव तक करीब 10 किलोमीटर सड़क निर्माण का काम पीएमजीएसवाई चंबा खंड को दिया है. इसके लिए सरकार ने 6 करोड़ 68 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की थी। विभाग ने नवंबर 2018 में निर्माण कार्य शुरू किया था, लेकिन साढ़े तीन साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है. विभाग ने इस महीने जैसे ही कटिंग पूरी की, लेकिन सड़क पर सुरक्षा दीवार, पैराफिट, डामरीकरण का काम नहीं हो पाया है.

आलम यह है कि नागणी से लेकर बागी गांव तक पूर्व में लोनिवि ने करीब साढ़े पांच किमी कच्ची सड़क काट दी थी। जिसकी गुणवत्ता बहुत खराब थी। जिसके बाद ग्रामीणों की मांग पर मठियाण गांव के उन्नयन व आगे निर्माण कार्य की जिम्मेदारी पीएमजीएसवाई को सौंपी गई, लेकिन कार्य कछुआ गति से किया जा रहा है. जिससे ग्रामीण आधी कटी सड़क पर जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं।

मठियाण गांव के मुखिया परमानंद मैठाणी, सुरेंद्र मैठाणी, शिव प्रसाद आदि का कहना है कि विभाग को कई बार लिखित या मौखिक रूप से काम पूरा करने के लिए कहा गया है. डीएम के जनता दर्शन कार्यक्रम में भी शिकायत की गई थी। प्रधान ने बताया कि विभाग गैर जिम्मेदाराना तरीके से मलबा डंप कर रहा है. नीचे के खेतों में मलबा, पत्थर जमा हो गया है, जिससे खेती बर्बाद हो गई है. सिंचाई नहरें, पेयजल स्रोत और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उन्होंने विभाग से खेतों से मलबा हटाने और सड़कों को ठीक करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि निर्माण कार्य जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे.