शिक्षक अभ्यर्थियों के समर्थन में बुधवार को पटना के इको पार्क पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ अजीबोगरीब वाक्या हुआ, पटना के ईको पार्क में मीटिंग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच शाम 5 बजे तेजस्वी यादव पहुंचे थे। तेजस्वी ने इसी दौरान पहले सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार और फिर पटना के DM चंद्रशेखर सिंह से बात की। वहीं तेजस्वी के फोन पर पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने पहले तो आम आदमी की तरह ही फोन पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को हड़का दिया। हालांकि वे समझ नहीं पाये थे कि उनकी बात किससे हो रही है। फिर सैकड़ों लोगों के बीच खड़े तेजस्वी यादव को जोर देकर बताना पड़ा कि वे कौन बोल रहे हैं। उसके बाद हडबड़ाये डीएम को अहसास हुआ कि उन्होंने गलत तेवर में बात की। तेजस्वी ने उनसे कहा कि वे धरना देने का आवेदन उनके व्हाट्सएप पर भिजवा रहे हैं वे धरना की अनुमति दे दें। साथ ही सैकड़ों लोगों के बीच लाउडस्पीकर ऑन कर मोबाइल पर हो रही बातचीत के दौरान डीएम के तेवर देख कर तेजस्वी भी हैरान रह गये। तेजस्वी ने दोनों अधिकारियों से शिक्षक अभ्यर्थियों को प्रदर्शन के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग की। कहा कि धरना देना इनका लोकतांत्रिक अधिकार है, अगर इन्हें इससे वंचित किया गया, तो वे भी इनके साथ यहीं धरना देगें।
वहीं तेजस्वी यादव ने डीजीपी से भी बात कर आंदोलनकारियों के साथ हुए पुलिसिया जुल्म पर नाराजगी जतायी। उन्होने डीजीपी को भी कहा कि वे आंदोलनकारियों को धरना देने की इजाजत दिलवायें। आपको बता दें कि अपनी मांगों को लेकर गर्दनीबाग में दो दिनों से धरना दे रहे इन शिक्षक अभ्यर्थियों पर मंगलवार को ही पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। प्रशासन का कहना था कि इन्हें 21 जनवरी तक धरना देने की इजाजत थी लेकिन 19 तारीख को लाठीचार्ज के बाद आगे का परमिशन रद्द कर दिया गया है।