मसूरी:- संजय गुसाई की रिपोर्ट

 मालरोड पर अनियंत्रित कार की चपेट में आने से मजदूर घायल, चालक सुरक्षित

उत्तराखंड हाई कोर्ट के निर्णय ने मसूरी के पर्यटन व्यवसायियों की नींद उड़ा दी। हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देशित किया है कि आगामी क्रिसमस व नये साल के सीजन में जो भी पर्यटक आयेगें उनका रेपिड एंटीजन एवं आरटीपीसीआर कोरोना टेस्ट जरूरी होगा। इससे आगामी दिनों में आने वाला पर्यटन सीजन प्रभावित होगा।पहाड़ो की रानी मसूरी में इन दिनों पर्यटन से जुडे व्यवसायी क्रिसमस एवं नये साल के सीजन की तैयारियों में जुटे ही थे कि प्रदेश में लगातार बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निर्देशित किया है कि प्रदेश में बाहर से आने वाले पर्यटकों का सीमा पर कोरोना जांच करवायी जाय। हाईकोर्ट के इस निर्णय से पर्यटन व्यवसायियों को झटका लगा है व उनकी नींदे उड़ गई है। क्योंकि किसमस व नये साल पर बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी आते हैं व नया साल मनाकर वापस जाते हैं जिससे सभी का व्यवसाय चलता है। इस पूरे वर्ष कोरोना का साया पर्यटन पर छाया रहा व सीजन चला ही नहीं क्यों कि मई जून के समय कोरोना चरम पर था और पूरे देश में  लाॅक डाउन था। जिसका भारी आर्थिक नुकसान पर्यटन व्यवसाय को उठाना पड़ा।

लेकिन धीरे धीरे जब कोरोना की रफतार धीमी हुई तो सरकार ने लगाये गये प्रतिबंधों का छुट देनी शुरू कर दी। जिससे पर्यटन व्यवसायियों ने राहत की सांस ली थी। व अब नये साल व क्रिसमस को लेकर खासे उत्साहित थे। लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद सभी की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आने लगा है!होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राम कुमार ने कहा कि निश्चित ही इसका सीधा प्रभाव पर्यटन पर पडे़गा। क्यो कि कोरोना जांच के आदेश के चलते आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आयेगी वहीं अभी जितनी बुकिंगे आ रही है उनमें से कैंसिल भी होने लगी हैं।वहीं होटल रमाडा के प्रबंधक हर्षमणि सेमवाल ने भी कहा कि अभी नये साल के लिए उनके होटल में तीस से चालीस प्रतिशत बुकिंग आ चुकी है लेकिन हाई कोर्ट के आदेश का प्रभाव पडेगा व इससे पर्यटन व्यवसाय को नुकसान होगा। जबकि एक ओर सरकार लगातार छूट दे रही है वहीं इस आदेश ने मुश्किल बढ़ा दी है।होटल अंबिका पैलेस के गौरव गुप्ता ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते पूरे साल प्रतिष्ठान बंद रहे व भारी नुकसान उठाना पड़ा अब थोड़ा उम्मीद जगी थी लेकिन अब हाई कोर्ट के आदेश से पर्यटन प्रभावित होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसान आंदोलन के चलते जो पर्यटक आना चाहते थे वह भी नहीं आ पाये और इस आदेश से व्यवसाय प्रभावित होगा व कम संख्या में ही पर्यटक आ पायेंगे।