नैनबाग टिहरी गढ़वाल :
जौनपुर की लालूर पट्टी के देवन ओर घंसी गांव में यहाँ का लोकल पर्व जागड़ा बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर देव डोलियों को दर्शन के लिए मंदिर से बहार लाया जाता है। ये जागड़े का पर्व हर वर्ष भादो महीने की संक्रांति को मनाया जाता है। इस पर्व में लालूर की ग्यारह गांव शामिल होते है इसके अलावा बाहरी छेत्र के लोग भी देव डोलियों की दर्शन लिए आते है।

इस पर्व को मानाने का मुख्य करण ये भी है की देव डोलियों से छेत्र की खुशहाली और समृद्धि की कामनाएं लोग करते है। इस अवसर पर दूर दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते है, राजू कैंतुरा अध्यापक बताते है की हमारे छेत्र में हर साल जागरे का पर्व बड़े अच्छे तरीके से मनाया जाता है इस दिन नाग देवता की पालकी को दर्शन के लिए मंदिर हे बहार लाया जाता है। पालकी को लोग अपने कंधो पर नाचते है। इस छेत्र के लोगो की नाग देवता के प्रति काफी आस्था है और हम लोग कुल देव के रूप में इसकी पूजा करते है। ये पर्व सामूहिक रूप से मनाया जाता है।

18 तारिक को भंडारे का आयोजन किया गया है जो की गांव देवन की महिलाओ के द्वारा दिया जा रहा है। देवन की महिलाओ दवरा नाग देवता को भेट स्वरुप चांदी का ढोल और मिरयागाव की महिलाओ द्वारा चांदी का थाल चढ़ाया है
मंदिर की जो मुख्य पुजारी है मनीष मलयाल , वीरेंदर मलयाल , नितेश मलयाल,मेहर सिंह पंवार, सुरेश पंवार, बचन सिंह मलयाल अध्यक्ष