देहरादून,

अंग्रेज सरकार के आदेश के खिलाफ खड़े होकर वीरता का परिचय देने वाले पेशावर कांड के महानायक स्व0 वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जिनके नाम से एक स्वरोजगार योजना चलाई जाती हैं, उनके परिजनों की जमीन की लीज की अवधि खत्म होने पर उस परिवार द्वारा सरकार से लगातार आवेदन के बाद भी उनकी लीज स्वीकृत नहीं की जा रही है। लीज खत्म होने के कारण अब  वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जिनके नाम से अंग्रेज अफसर भी काँपते थे, उनके वारिसों को जमीन से बेदखल होना पड़ेगा। राज्य सरकार की संवेदनहीनता के कारण अगर वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी के परिवार को बेदखल होना पडा तो यह राज्य के लिए सबसे शर्मनाक घटना होगी। राज्य सरकार को चाहिए कि वह अपने इन संवेदनहीन अधिकारियों को निर्देशित करके श्रद्धेय गढ़वाली जी के परिजनों का लीज पट्टा स्वीकृत करवाए तथा उस भूमि का मालिकाना हक हमेशा के लिए उस परिवार को दे देना चाहिए।