देहरादून: उत्तराखंड में पेपर लीक मामले की जांच अभी जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब रिश्वत के नए आरोप लगाकर इस मुद्दे को उठाया है। हरीश रावत ने सरकार पर नौकरियां बेचने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में नियुक्तियों के नाम पर कमाई की जा रही है.

हरीश रावत ने कहा कि उनकी सरकार में नियुक्तियों में अनियमितता का मामला आया था, जिसके बाद उन्हें तत्काल आयोग से हटा दिया गया था, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार नियुक्तियों में गड़बड़ी करने वालों की पोषक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अगर हम चयन बोर्ड को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने देंगे और निष्पक्ष नियुक्तियां नहीं करेंगे तो स्थिति वही होगी. हरीश रावत ने कहा कि आज राज्य में हर नियुक्ति पैसे के लेन-देन के बाद ही हो रही है. अगर ऐसा हुआ तो रिश्वत देकर नियुक्ति पाने वाले युवा राज्य को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।

बता दें, यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसआईटी जांच में जुटी है. इस पूरे मामले पर सरकार की जमकर खिंचाई हो रही है. यह पहली बार नहीं है जब भाजपा सरकार पर नियुक्तियों को लेकर अनियमितता का आरोप लगाया गया है, इससे पहले भी इस सरकार में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कह रहे हैं कि रोजगार को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए जो भी कदम उठाना होगा वह सरकार उठाएगी. साथ ही ऐसे लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।