देहरादून, पहाड़ न्यूज टीम

यूवी फिल्म्स द्वारा निर्मित और इशरत आर खान के निर्देशन में बनी फिल्म गुठली लड्डू की स्पेशल स्क्रीनिंग मुम्बई के सहारा स्टार प्रीव्यू थिएटर में रखी गई तो यहां केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। न सिर्फ उन्होंने पूरी फिल्म देखी बल्कि वह निर्माता प्रदीप रंगवानी की इस फ़िल्म से काफी प्रभावित भी हुए और उन्होंने इसे टैक्स फ्री कराने का आश्वासन भी दिया।

अब तक 14 से अधिक फ़िल्म महोत्सवों में अवार्ड हासिल करने वाली फीचर फिल्म “गुठली लड्डू” के पहले लुक का अनावरण हाल ही में कान्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के दौरान किया गया था। संजय मिश्रा, धनय सेठ, सुब्रत दत्ता, कल्याणी मुले के अभिनय से सजी इस फिल्म ने कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए हीरालाल सेन मेमोरियल अवार्ड भी जीता है।

केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि फ़िल्म गुठली लड्डू सफाई मजदूरों की दशा दिखाती है। समाज मे काफी परिवर्तन आया है लेकिन सफाई कर्मियों, शेडयूल कास्ट के लोगों के प्रति कटु भावना रखने वालों की संख्या आज भी बहुत ज़्यादा है। एक तरफ हमारा संविधान कहता है कि सभी जाति धर्म के लोग एक हैं, सभी को शिक्षा मिलनी चाहिए, लेकिन इस फ़िल्म में दिखाया गया है कि किस तरह नीची जाति के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इस फ़िल्म का हीरो मात्र 9 साल का बच्चा धनय सेठ है, जिसने बेहतरीन काम किया है, भविष्य में यह लड़का बड़ा एक्टर बन सकता है। इसकी सिनेमेटोग्राफी, डायलॉग बहुत प्रभावी हैं। इशरत आर खान ने फ़िल्म का डायरेक्शन कमाल का किया है। निर्देशक ने गांव का रियलिस्टिक चित्रण किया है। सभी कलाकारों ने उम्दा अभिनय किया है। दिल को यह फ़िल्म छू जाती है। इस फ़िल्म के निर्माता प्रदीप रंगवानी को मैं हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। मुझे लगता है कि यह फ़िल्म जब बड़े पर्दे पर आएगी तो दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय होगी। यह फ़िल्म टैक्स फ्री हो, इसके लिए मैं सरकार तक बात पहुंचाऊंगा।

निर्देशक इशरत आर खान कहते हैं कि यह फ़िल्म एक गरीब स्वीपर के बेटे गुठली की कहानी कहती है, जो स्कूल में पढ़ने का ख्वाब देखता है। लेकिन उसकी राह में रुकावट बनती है उसकी जाति। क्या गुठली का पढ़ने का सपना पूरा होता है, इसके लिए आपको फ़िल्म देखनी होगी, जो दर्शकों को बहुत कुछ सोचने पर भी मजबूर करती है। इस फिल्म को काफी रियलिस्टिक रूप से प्रस्तुत किया गया है, ताकि दर्शक भारत के गांव की कड़वी सच्चाई को महसूस कर सके।

यूवी फिल्म्स के बैनर तले प्रदीप रंगवानी द्वारा निर्मित, गुठली लड्डू में संजय मिश्रा, सुब्रत दत्ता, कल्याणी मुले और धनय सेठ ने काबिल ए तारीफ काम किया है। निर्माता प्रदीप रंगवानी कहते हैं कि दर्जनों फिल्म फेस्टिवल्स में कई पुरस्कारों को पाकर गुठली लड्डू ने अपना हक हासिल किया है। हम सब उत्साहित हैं कि यह फ़िल्म जिसने भी देखी है, उसे पसन्द आई है और कुछ सोचने पर, विचार करने पर मजबूर किया है। सभी को शिक्षा का समान अधिकार मिले, यह बात लोगों तक समाज तक पहुंचनी जरूरी है।

फिल्म को अनिल अक्की ने कैमरे में कैद किया है और इसकी एडिटिंग स्टीवन एच. बर्नार्ड ने की है। अमर मोहिले ने फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर दिया है।