देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जल्द ही उत्तराखंड के दौरे पर जा रहे हैं. उनका राज्य दौरा 21 और 22 अगस्त को तय किया गया है। ऐसे में नड्डा अपने दौरे के दौरान कई बैठकों में हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही वह 2022 के चुनाव की रणनीति भी तैयार करेंगे।

बता दें कि 21 और 22 अगस्त को दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य के एक दर्जन से अधिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि उनका कुमाऊं के हल्द्वानी में एक बड़ा कार्यक्रम भी हो सकता है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बार उनका फोकस कुमाऊं पर ज्यादा है. . हाल ही में कुमाऊं में मुख्यमंत्री देने से साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल से गढ़वाल क्षेत्र से सांसद को हटाकर अजय भट्ट को तरजीह देना इसकी बानगी है .

वहीं इससे पहले पार्टी की ओर से कुमाऊं के रामनगर में भी मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां बीजेपी के संगठन महासचिव बीएल संतोष पहुंचे थे. इसके अलावा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम भी कुमाऊं के दौरे पर हैं. जिससे ये साफ होता जा रहा है कि पार्टी इस समय कुमाऊं पर ज्यादा फोकस कर रही है. इसके पीछे बड़ी वजह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी हैं। ऐसे में गढ़वाल में भी पार्टी को नुकसान हो सकता है. इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।

कुमाऊं पर भी फोकस ज्यादा है, क्योंकि कांग्रेस का बड़ा चेहरा हरीश रावत कुमाऊं से ही आते हैं. कांग्रेस की मौजूदा गतिविधियों को देखते हुए हरीश रावत आगामी चुनाव के लिए पहली पंक्ति में एक प्रतियोगी के रूप में नजर आ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी कुमाऊं क्षेत्र में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहती है. वहीं, इसके अलावा अगर गढ़वाल क्षेत्र की बात करें तो यहां बीजेपी का पुराना कैडर वोट मजबूत माना जाता रहा है.

इस बीच, गढ़वाल क्षेत्र से मुख्यमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रिमंडल से गढ़वाल के प्रतिनिधि को हटाना और कुमाऊं पर अधिक ध्यान देना पार्टी के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। हालांकि गढ़वाल क्षेत्र में पार्टी के सभी दावेदार मजबूत और अनुभवी छवि वाले नेता हैं. इसलिए कुमाऊं की सियासत में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. इसे देखते हुए बीजेपी की नजर कुमाऊं पर ज्यादा है.