उर्मिला चौहान , जौनसार बावर , PAHAAD NEWS TEAM

मेरे एवं जौनसार बावर के हजारों आस्थावान लोगों के आराध्य कुलदेवता श्री शिलगुर बिजट महाराज के प्रत्येक 12 वर्षों मे 02 चरणों में होने वाले शाही स्नान यात्रा के क्रम में इस वर्ष पहले चरण में 04 अप्रैल 2022 को यात्रा सिमोग (खत विशायल) मन्दिर से हरिद्वार पहुँच रही हैं, जिसके पुण्य के भागी बनने का इस बार हमें भी अवसर मिल रहा है।

वर्षो वर्षो से आयोजित किये जाने वाले इस बरांश के शाहीस्रान में हजारों लोग प्रत्येक 12 वर्षों के अन्तराल मे माह अप्रैल में हरिद्वार एवं दूसरे चरण मे माह जून में महाराज के मूल स्थान चूढ़धार हिमांचल प्रदेश में अपनी श्रद्धा से 16 दिनों की पैदल यात्रा सम्पन्न करते है। जिसमे यात्रा मार्गों में निर्धारित पड़ावो पर स्वंयसेवको द्वारा ही खाने – पीने व विश्राम आदि की व्यवस्था भी की जाती है।

परम सौभाग्य कि आज क्षेत्र के हजारों आस्थावान लोगो द्वारा इस निर्विकार शिव स्वरूप की कृपा से अपने व पूर्वजों के कठोर श्रम व मेहनत को आस्था रूपी आशिर्वाद से सफलताओं में परिवर्तित कर सैकड़ो लोग हरिद्वार मे नौकरीपेशा एवं व्यवसायिक कामो मे लगे है । देवों की इस पवित्र भूमि जौनसार क्षेत्र के हरिद्वार में निवास कर रहे ऐसे आस्थावान एवं उर्जावान हमारे भाईयों द्वारा इस बार मां गंगा की पवित्र भूमि पर यात्रा में सम्मिलित होने वाले हजारों लोगों का हरिद्वार की सीमा पर स्वागत एवं रात्रि प्रवास व भोजन / भण्डारे की व्यवस्था हरकी पैड़ी हरिद्वार के समीप धर्मशाला में की गयी है।

ऐसा सामाजिक एवं सांस्कृतिक समन्व्य बहुत कम समुदायो एवं समाज में मिलता है , यही कारण है कि आज भी यह उत्तराखण्ड का एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जो अपने समाज एवं बहुमुल्य आस्थावान संस्कृति के अस्तित्व को संगठित किये हुए है। सामूहिकता एवं सामुदायिकता का ये नायाब उदाहरण है कि शाही स्रान मे आने वाले श्रृद्धालुओं की व्यवस्थाओं के लिए हरिद्वार में नौकरी पेशा अथवा व्यवसायिक रूप से निवास कर रहे जौनसार के सभी लोगो द्वारा निस्वार्थ एवं समर्पण भाव प्रदर्शित कर अपनी अमूल्य संस्कृति को समृद्ध करने का जो संदेश दिया है वो बिखराव के दौर से गुजर रही बाकी दुनियां के लिए नजीर है।

आप भी आईए और देवताओं के देवता के दर्शन कर अपने आस्था के पथ को मजबूत किजिए ।।।