देहरादून 14 अप्रैल , PAHAAD NEWS TEAM

कृषकों के पसीने और धरती मां के आशिर्वाद से उपजी रवि की फसल के पकने की खुशी के पर्व बैसाखी के शुभ अवसर पर आज कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रदेशवासियों को बैसाखी की बधाईयां और एक प्रगतिशील कृषक के तौर पर अपने कैम्प कार्यलय में लगाए गए मधुमक्ख्यिं की पेटियों (मौनगृहों) में तैयार हुई शहद रूपी फसल की गहाई की।

मौनपालन को प्रोत्साहित करने तथा शहद जैसे प्राकृतिक अमृत के उत्पादन को बढ़ावा देने के क्रम में कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री द्वारा शहद उत्पादन मॉडल को पेश किया।


कैम्प कार्यालय में लगाए गए चार मौनगृहों से लगभग 8 किलो शहद प्राप्त किया गया। इस अवसर पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों को निर्देषित भी किया गया कि शहद उत्पादन को वर्षभर बढ़ावा देने, मौनपालन को प्रोत्साहित करने के लिए उपयुक्त वनस्पितियों के संबंध में जानकारी मौन पालकों को सरल और सहज तौर पर उपलब्ध करवाई जाए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने कृषकों से अपील की, कि मौनपालन के व्यवसाय से अधिक से अधिक जुड़ें। ऐसे लोग जिनके पास खेती के लिए ज्यादा जमीन नहीं है वह भी मौनपालन की जानकारी प्राप्त कर मौनपालन से जुड़ कर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ बना सकते हैं।

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री के कृषकों की आय को बढ़ाने के वादे को साकार करने के लिए उन्हें पारम्परिक कृषि के साथ उपलब्ध सहजीवी कृषि एवं कृषि उपादानों से जोड़ा जाना अनिवार्य है। मौनपालन को व्यवसाय के तौर पर अपनाने के लिए शहद उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन से संबंधि प्रशिक्षण को राज्य के गांव-गांव तक पहुंचाया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह आंकलित किया जाए कि वर्तमान में कितने किसानों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है और इस आधार पर प्रत्येकवर्ष मौनपालकों की संख्या एवं शहद उत्पादन को बढ़ाने के लिए व्यावहारिक लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। साथ ही मौनपालकों के उत्पादों को उचित बाजार उपलब्ध करवाने के लिए मार्केट लिंकेज भी विकसित किए जाए।

इस अवसर पर भाजपा मंण्डल अध्यक्ष, पूनम नौटियाल, राजीव गुरूंग, महामंत्री सुरेन्द्र राणा, पार्षद भूपेन्द्र कठैत, नंदनी शर्मा, सचिव कृषि आर0 मीनाक्षी सुंदरम, डा0 राम बिलास यादव, अतर सिंह कैन्तुरा, रघुवीर नेगी, अनिल बिष्ट, रेखा रावत आदि उपस्थित रहे।