कोटद्वार , PAHAAD NEWS TEAM

भले ही सिस्टम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अभियान चलाने का दावा कर रहा हो। हालांकि, वास्तविकता यह है कि पहाड़ी क्षेत्रों में, मैक्स वाहन चालक खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मैक्स में क्षमता से अधिक सवारी ले जाने के साथ ही छत पर सफर करने वाले युवा आसानी से देखे जा सकते हैं। सिस्टम पहले की दुर्घटनाओं के बावजूद सुधार के लिए तैयार नहीं है।

पहाड़ों में सड़क दुर्घटनाओं का एक मुख्य कारण वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियां ले जाना भी है। इसके बावजूद, वाहन चालक अपने स्वयं के जीवन के साथ-साथ दूसरों के जीवन को थोड़े से पैसे के लिए जोखिम में डाल रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ ही संपर्क मार्गो पर यातायात नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ये वाहन कब खतरनाक मोड़ पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाएं कुछ नहीं कहा जा सकता। यात्रियों को वाहनों की छत पर बैठे हुए देखकर ऐसा लगता है जैसे उन्हें अपनी जान की परवाह नहीं है। कुछ दिन पहले कोटद्वार-चरेख मार्ग पर मैक्स की छत से गिरकर एक युवक भी घायल हो गया था। हालांकि युवक को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन वह एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गया।

खेल इशारों में चलता है

मैक्स वाहन ड्राइवर एक-दूसरे से इशारों में बात करते हैं और एक-दूसरे को ट्रैफिक चेकिंग की जानकारी देते हैं। यदि किसी मोड़ पर, अधिकारी वाहनों की तलाशी करते हैं , तो इससे पहले ही वाहन, चालक सवारियों को छत से नीचे उतार देते हैं। हालांकि, अधिकारी वाहनों के अंदर क्षमता से अधिक बैठे यात्रियों पर ध्यान नहीं देते हैं।

समय-समय पर विभाग द्वारा यातायात नियमों का पालन करवाने के लिए अभियान चलाया जाता है। वाहन ड्राइवरों की निगरानी रखने के लिए विशेष टीमें बनाई जाएंगी।

आरएस कटारिया, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, कोटद्वार