गोपेश्वर , PAHAAD NEWS TEAM

पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शनिवार को नंदा देवी लोकजात के निर्धारित मार्ग पर तेफना जाते समय बनाला-गंडासू के बीच बहने वाली मोला गदेरा उफान पर आ गई. गदेरे में पुलिया न होने से देवडोली व श्रद्धालुओं को खतरे के बीच गदेरा पार कराया गया । इसके बाद थोक विक्रेताओं के गांव में रात्रि प्रवास के लिए नंदा देवी लोकजात यात्रा तेफना पहुंच गई है.

आपको बता दें कि बलाना और गंडासू के बीच बहने वाले मोला गदेरे में साल 2013 की आपदा के दौरान दो पैदल पुल बह गए थे. क्षेत्र पंचायत के पूर्व सदस्य हरि प्रसाद पुरोहित ने बताया कि तभी से प्रशासन से पुल निर्माण की मांग की जा रही है. लेकिन, कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बताया कि यहां स्कूल जाते समय सुनेती गांव की एक छात्रा बह गई थी । इसके अलावा 2018 में यहां एक ग्रामीण भी बह गया था। आए दिन ग्रामीणों के साथ हादसे होते रहते हैं। शनिवार की सुबह क्षेत्र भ्रमण पर निकली मां नंदा देवी लोकजात यात्रा जब बनाला गांव से तय मार्ग पर गंडासू गांव के लिए निकली तो मोला गाड में जलस्तर बढ़ने से उसे पार करना मुश्किल हो गया. यहां कुछ देर तक यात्रा इंतजार करती रही , लेकिन जब जलस्तर कम नहीं हुआ तो अन्य ग्रामीणों ने किसी तरह डोली बनाई और यात्रा में शामिल पुजारी व श्रद्धालु खतरे के बीच गदेरा पार कर गए. थोक विक्रेताओं के रात्रि प्रवास के लिए नंदा देवी लोकजात यात्रा तेफना पहुंच गई है। लोकजात यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. देवी भक्तों ने गांव में मां की डोली का फूल व माला से स्वागत किया।