हल्द्वानी , PAHAAD NEWS TEAM

केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही हेली सेवाएं भी शुरू हो गईं. बाबा के दर्शन के लिए भक्त हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं। इसी बीच साइबर ठगों ने गूगल पर फर्जी वेबसाइट बना ली है। अनजाने में गलत साइट पर बुकिंग करने से साइबर धोखाधड़ी हो सकती है। कुमाऊं साइबर पुलिस स्टेशन ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया है.

पुलिस का कहना है कि केदारनाथ हेली सर्विस के नाम पर ठगी के कई मामले हैं। साइबर ठगों ने गूगल पर कई फेक साइट्स बनाई हैं। कुमाऊं से ठगी के एक-दो मामले सामने आए हैं। शिकायत के बाद पुलिस ने साइट को बंद कर दिया है, लेकिन ठगी का खतरा अब भी बना हुआ है। पुलिस के मुताबिक, गलत साइट पर जाने पर साइबर ठग वेबसाइट के जरिए बैंक की गोपनीय जानकारी हासिल कर लेते हैं और खातों से पैसे निकाल लेते हैं.

ऐसे रहें सावधान
केदारनाथ की बुकिंग के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
वेबसाइट को गूगल पर सर्च न करें।
बैंक की जानकारी बिना जाने शेयर न करें।
धोखाधड़ी के मामले में साइबर वित्तीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें।

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र उपाय

कुमाऊं के साइबर थाना प्रभारी ललित मोहन जोशी ने बताया कि केदारनाथ हेली सेवा के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है. लोगों को पहले से ही जागरूक किया जा रहा है ताकि कोई धोखाधड़ी का शिकार न हो सके। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र उपाय है।

तीन जगहों से संचालित होती है हेली सेवा

केदारनाथ धाम के लिए तीन जगहों से हेली सेवा संचालित है। जबकि सहस्त्रधारा हेलीपैड से चार्टर्ड हेलिकाप्टर से भी केदारनाथ व बदरीनाथ धाम भी जा सकते हैं। तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए रुदप्रयाग जिले के गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से हेली सेवा की सुविधा मिल रही है।

नौ कंपनियां संचालित कर रही हेली सेवा

केदारनाथ धाम के लिए नौ कंपनियों के माध्यम से तीन स्थानों से हेली सेवा संचालित की जाती है। जिसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ तक एरो एयर क्राफ्ट, आर्यन एविएशन, फाटा से केदारनाथ के लिए पवन हंस, चिपसन एविएशन, थंबी एविएशन, पिनाक्ल एयर और सिरसी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट व हिमालयन हेली व केट्रल एविएशन के माध्यम से हेली सेवा संचालित की जाती है।