देहरादून, पहाड़ न्यूज़ टीम

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकाप्टर, टैक्सी, होटल, गेस्ट हाउस के अलावा खान-पान समेत समेत आवश्यक वस्तुओं के निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत वसूलने की शिकायतों का संज्ञान लिया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

गर्म पानी के लिए सोलर हीटर लगाएं

कैबिनेट मंत्री महाराज ने इस संबंध में चमोली और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारियों से टेलीफोन पर बातचीत की. उन्होंने निर्देश दिए कि जो भी सेवा प्रदाता चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों से अतिरिक्त पैसे वसूलने का दुस्साहस करते हैं, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.

उन्होंने कहा कि पैदल मार्गों पर घोड़ों के लिए चारे की उपलब्धता के साथ-साथ गर्म पानी के लिए विभिन्न स्थानों पर सोलर हीटर लगाए जाएं.

यात्रियों के आतिथ्य और प्रबंधन का पूरा ध्यान रखा जाए।

महाराज ने अधिकारियों को व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए ताकि यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि यात्रा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

यात्रियों के आतिथ्य और प्रबंधन का पूरा ध्यान रखा जाए। अधिकारी इस बात का पूरा ध्यान रखें कि चारों धामों में वहन क्षमता से अधिक यात्री न हों। उन्होंने यात्रियों से चारधाम यात्रा पर स्वास्थ्य जांच कराकर ही चिकित्सकीय सलाह लेने के बाद ही आने का आग्रह किया है।

बूढ़ाकेदार के दर्शन करने पहुंचे तीर्थयात्री

नई टिहरी के बूढ़ाकेदार धाम में इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यहां से अंयारखाल यात्रा मार्ग से हर रोज करीब डेढ़ हजार श्रद्धालु बूढ़ाकेदार के दर्शन करने के साथ केदारनाथ के लिए रवाना हो रहे हैं। वहीं तीर्थयात्री घनसाली से गंगोत्री, केदारनाथ से बूढ़ाकेदार होते हुए प्रस्थान कर रहे हैं।

बूढ़ाकेदार को प्राचीन केदार में माना जाता है। पूर्व में जब सड़क की सुविधा नहीं थी तो यह केदारनाथ धाम का मुख्य पैदल मार्ग था। यात्री पहले बूढ़ाकेदार के दर्शन करते थे और उसके बाद वे केदारनाथ की यात्रा के लिए निकल पड़ते थे। लेकिन चार साल पहले बूढ़ाकेदार -अयारखल मोटर मार्ग बनने से अब यह गंगोत्री, केदारनाथ आदि से घनसाली तक जा रहे है।

यहां की चारधाम यात्रा भी बेहद आसान है, इसलिए इस रास्ते से यात्री गुजर रहे हैं। इतना ही नहीं, महाराष्ट्र, चंडीगढ़, हरियाणा, यूपी से आने वाले यात्री भी इसी रास्ते से आ-जा रहे हैं. बाहर से आने वाले यात्रियों को भी बूढ़ाकेदार के दर्शन हो रहे हैं। कई पैदल यात्री भी इस मार्ग से केदारनाथ के लिए निकल रहे हैं।

इतना ही नहीं यहां से केदारनाथ के लिए पैदल कांवड़ यात्रा भी है। बूढ़ाकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, प्रधान सनोप राणा का कहना है कि इस बार यहां से बड़ी संख्या में यात्री वाहन निकल रहे हैं. इतना ही नहीं, यात्री बूढ़ाकेदार के दर्शन के लिए भी पहुंच रहे हैं। यहां से आने वाले यात्री वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है।