गैरसैंण , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण जन भावनाओं से जुड़ी है। यह हमारी पीड़ा और पहचान से जुड़ा हुआ नाम है। सरकार जो निर्णय ले रही है वे जनआकांक्षाओं को पूरा करने में अपनी भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जब भी सरकार पीड़ा के बारे में बात करती है, तो इसका मतलब है कि विकास राज्य के दूरदराज के इलाकों तक पहुंचना चाहिए। वहां की जनता की सरकार तक पहुंच होनी चाहिए।

क्षेत्र के विकास और समस्याओं के निपटान के लिए नीतियां और कानून बनाए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने घस्यारी कल्याण योजना के तहत 25 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। महिला मंगल दल के लिए बजट में अलग प्रविधान भी किए गए हैं। विधायक निधि, सांसद निधि में इसके लिए प्रविधान हैं । सरकार महिलाओं को जो सहयोग चाहिए , प्रदान करने के लिए सख्ती से काम कर रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वरोजगार बहुत जरूरी है। स्वरोजगार से पहचान बने, इसके लिए सरकार काम कर रही है। उसी के अनुसार नीतियां बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भविष्य में, राज्य की मातृ अपने पैरों पर खड़ी होती नजर आएगी।

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर सभी सुरक्षा एजेंसियों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में, मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 4 मार्च, 1972 से मनाया जाता है। यह दिन उन बहादुर सैनिकों, अर्धसैनिकों और राष्ट्र की सुरक्षा में लगे पुलिस बलों को समर्पित है, जो अपनी जान जोखिम में डालकर और मजबूती से खड़े रहते हैं। इस वर्ष, यह दिन को एक सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष का विषय आपदा प्रबंधन पर है। चार से 10 मार्च तक चलने वाले इस सप्ताह में, आपदाओं से सबक सीखें और सोचें और उससे कैसे सुरक्षित रह सकते हैं, इस पर चिंतन व मनन करें।