चकराता, PAHAAD NEWS TEAM

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच मोहाना गाँव में चालदा महाराज और लखवाड़ महासू देवता मंदिर में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है । कोरोना काल तक भक्त मंदिरों में देव के दर्शन नहीं कर पाएंगे। हालांकि, पुजारी मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना करेंगे ।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लोग हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। रविवार को, चालदा महासू देवता मंदिर समिति मोहना और महासू देवता मंदिर समिति लखवाड़ ने भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। मोहना गाँव के स्याणा जगवीर सिंह ने कहा कि चालदा महाराज लगभग डेढ़ साल से मोहना गाँव में बैठे हैं। जहां हर दिन भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भक्तों के के साथ क्षेत्रवासियों की सुरक्षा के मद्देनजर संक्रमण से बचाव को फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए देव दर्शन पर रोक लगा दी गई है। प्रतिदिन केवल पुजारी ही चालदा महाराज की पूजा अर्चना करेंगे । दूसरी ओर, लखवाड़ मंदिर समिति के अध्यक्ष गंभीर सिंह चौहान ने भी वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए भक्तों के लिए मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि भक्त कोरोना के समय तक मंदिर में देव के दर्शन नहीं कर पाएंगे।

कोरोना काल तक भक्त मंदिरों में देव के दर्शन नहीं कर पाएंगे। हालांकि, पुजारी मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना करेंगे ।