देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

रेलवे स्टेशन पर कोरोना के अनिवार्य निरीक्षण ने ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम कर दी है। 31 मार्च तक, जहां साढ़े तीन से चार हजार यात्री प्रतिदिन ट्रेन से दून पहुंच रहे थे, वह संख्या 1 अप्रैल को ढाई हजार के करीब रह गई है। दूसरी और स्टेशन के बाहर जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। यहां जांच के दौरान कोरोना दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।

राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे बचाव के लिए सरकार ने नियमावली जारी की हैं। 31 मार्च के बाद से , ट्रेन से दून आने वाले यात्रियों की रेलवे स्टेशन के बाहर एंटीजन परीक्षण किया जा रहा है। जिसके कारण यात्रियों की संख्या में कमी आई है। 27 मार्च को 3035 यात्री दून पहुंचे। जबकि 1 अप्रैल को यात्रियों की संख्या केवल 2439 थी।

दूसरी ओर, रेलवे स्टेशन के बाहर एंटीजन परीक्षण के दौरान शारीरिक दूरी कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। जांच के लिए लाइनें लग रही हैं। लाइन में लगे लोग एक-दूसरे के करीब खड़े हैं। दूरी के नियम पर न तो यात्री ध्यान दे रहे हैं और न ही अधिकारी। इसके अलावा एंटीजन सैंपल लेने के बाद यात्रियों को पर्ची सौंपकर घर भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें फोन कर सूचित कर रहे हैं। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।

ये ट्रेनें दून से चल रही हैं

  • देहरादून-हावड़ा स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-काठगोदाम स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-ओखा स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-हावड़ा उपासना स्पेशल एक्सप्रेस
  • जनता स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-नई दिल्ली जनशताब्दी स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-काठगोदाम जनशताब्दी स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-कोटा नंदा देवी स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-दिल्ली शताब्दी स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-प्रयागराज स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-गोरखपुर स्पेशल एक्सप्रेस
  • देहरादून-मुजफ्फरपुर स्पेशल एक्सप्रेस