देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

राज्य के गठन के बाद यह पहला मौका है जब पुलिस विभाग की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कम समय में रिकॉर्ड स्तर पर अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. उत्तराखंड एसटीएफ ने पिछले 7 माह में विभिन्न गंभीर अपराधों में देशभर से 200 अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. यह हम नहीं , आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। आइए जानते हैं इस साल अपराधियों के खिलाफ एसटीएफ की प्रमुख कार्रवाइयों के बारे में।

आपको बता दें कि सालों से फरार चल रहे इनामी बदमाशों पर उत्तराखंड एसटीएफ ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। इसकी बानगी है कि पिछले सात माह में दो दर्जन से अधिक वांछित इनामी अपराधियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया है. जिसमें 25, 20, 10 हजार समेत अन्य बेशकीमती अपराधी शामिल हैं।

पिछले सात माह में बड़ी एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई-

संगठित नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई : यूपी समेत उत्तराखंड में लंबे समय से मादक पदार्थ की तस्करी कर रहे सक्रिय नशा तस्करों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. इस दौरान 2 किलो हेरोइन/स्मैक, 16 किलो चरस और 54 किलो अवैध गांजा बरामद किया गया है. जब्त किए गए सभी नशीले पदार्थों की कीमत कई करोड़ में आंकी गई है।

फेक इंटरनेशनल कॉल सेंटर : पिछले 7 महीने में एसटीएफ ने कॉल सेंटर की आड़ में लाखों करोड़ रुपये के साइबर क्राइम जैसे अपराध करने वाले करीब 14 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.

वन्यजीव तस्करों की गिरफ्तारी: पिछले 7 महीनों के दौरान राज्य भर में एसटीएफ की टीमों द्वारा 1 दर्जन से अधिक वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इस ऑपरेशन के दौरान तस्करों के पास से हाथी के दो दांत, 7 लेपर्ड की खाल और अंग बरामद किए गए हैं।

ऑनलाइन सट्टा : एसटीएफ ऑनलाइन सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर चुका है। ऐसे में संगठित ऑनलाइन अपराध समेत आईपीएल सट्टेबाजी में एसटीएफ ने 14 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है.

साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी : पिछले 7 माह में एसटीएफ की विशेष कार्रवाई में साइबर क्राइम के माध्यम से वित्तीय धोखाधड़ी करने के आरोप में देशभर से करीब 75 साइबर क्राइम लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इस विशेष गिरफ्तारी में तीन नाइजीरियाई और एक कैमरून का विदेशी नागरिक शामिल है। इतना ही नहीं इस कार्रवाई में लोगों को करीब 2 करोड़ 50 लाख रुपये वापस किए जा चुके हैं.

हालांकि इस साल उत्तराखंड पुलिस विभाग में अपराधियों की गिरफ्तारी में एसटीएफ के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है. तेजतर्रार आईपीएस अजय सिंह के नेतृत्व में प्रदेश की एसटीएफ बेहतरीन पुलिसिंग की ओर बढ़ी है। ऐसे में साल 2021 में पिछले सात महीनों में अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई है.