देवीकोल , PAHAAD NEWS TEAM

टिहरी जनपद के विकासखण्ड जौनपुर के अंतगर्त काण्डी के निकट मां भद्रकाली मंदिर देवीकोल में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं बड़े भंडारे का आयोजन किया गया । मां भद्रकाली के इस मंदिर में दूरदराज के राज्यों के श्रद्धालुओं तक की विशेष आस्था है और सालभर यहां श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. मंदिर में लोग दूर दूर से आते है और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की प्रार्थना करते है। मां से भक्तों ने अपने परिवार के लिए सुख शांति की कामना की। देविकोल मंदिर समिति द्वारा नवरात्रि के अवसर पर क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए 5 दिवसीय पूजा आर्चना के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया था । काली माता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की गयी। देवीकोल मंदिर में सैकड़ो वर्षो से श्रद्धालुओं की आस्था जुडी है 40 गाँव के हज़ारों श्रद्धाओं ने मां भद्रकाली के दर्शन कर परिवार की खुशहाली और सम्पन्नता की मंनौतियाँ मांगी है। इस भव्य कार्यक्रम के दौरान ढोल दमाऊ के साथ देव डोलिया भी अवतरित हुई। पुरुष और महिलाओ ने जौनपुरी नृत्य भी किया था।

इस दौरान ग्रामीणों ने सिरनी-नौण (ताजा गाय का दूध) से देवी भद्रकाली की पूजा की और अपने पशुओं, फसलों और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों ने तांदी, रासो और जंगू बाजी के माध्यम से अपनी समृद्ध लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया। साथ ही इस मौके पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया.

मंदिर समिति के संरक्षक सूरत सिंह खरकाई, अध्यक्ष जोत सिंह रावत ने बताया कि मां भद्रकाली की खंडित पुरानी प्रतिमा को 7 अक्टूबर को हरिद्वार में गंगा में विसर्जित किया गया था और गंगा में स्नान करवाने के बाद, कांडी मल्ली गांव से नई मूर्ति लायी गई थी । कलश यात्रा के साथ देवीकोल लाया गया था । जिसे विधि विधान से मंदिर में स्थापित किया गया ।

इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड सरकार के पेयजल मंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर पहुँचे नारायण सिंह राणा ने भी माता के दर्शन किये। और साथ ही कहा पहाड़ी क्षेत्रों मे मंदिर के प्रति सभी लोगो में काफी आस्था रहती है और इन्होने ये भी कहा कि कांडी पंपिग पेयजल योजना को लेकर नवंबर तक सरकार का आदेश जारी करवा दिया जायेगा। महावीर सिंह रागड ने कहा की देवीकोल में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। यदि इस क्षेत्र को पर्यटन से जोड़ा जाये तो फिर भविष्य मे रोजगार की बहुत संभावनाएं बनेगी।

इससे पहले 19 .09 .2021 को देविकोल मंदिर समिति की एक बैठक अध्यक्ष जोत सिंह रावत की अध्यक्षता में संपन्न हुई थी ।जिसमे माँ भगवती माँ भद्रकाली आस्था देविकोल से जुड़े सम्मानित सिलवाड़ ,अटजुला के ग्रामीणवासिओ पूर्व एव वर्तमान जनप्रतिनिधियो , सामाजिक , राजनैतिक कार्यकर्ता , कर्मचारी, अधिकारी, भक्तजन इस बैठक में शामिल हुए थे । यह बैठक बंदर कोट अगलाड पुल बस्थाणी घार रावत होटल में हुई थी |

देविकोल मंदिर समिति के सोसायटी अध्यक्ष जोत सिंह रावत ने कहा है कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दष्टि से विकसित किया जा सकता है जिससे लोगो को बहुत रोजगार मिलेगा और बहार जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। और सरकार से अपील भी की है कि देविकोल मंदिर मे हर साल हनी वाले दो आयोजनों को पर्यटन मेला घोषित किया जाये।वहीं, देवीकोल मंदिर और आसपास के क्षेत्र को पर्यटन हब बनाए जाने के लिए कार्रवाई की जाए.

इस अवसर पर देविकोल मंदिर समिति के सोसायटी अध्यक्ष जोत सिंह रावत , महासचिव नागेन्द्र राणा , कोषाअध्यक्ष नागेन्द्र कोकलियाल , महिपाल सजवाण , पंडित देशराज बिजल्वाण,प्रेम सिंह रावत ,काण्डी के प्रधान रामचंद्र रावत , प्रवीण चौहान , संजीव पवार ,कमल रावत , रोशन रावत आदि के साथ अनेक पूर्व एव जनप्रतिनिधि व क्षेत्र की जनता उपस्थित रही ।