देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

कोरोना संक्रमण से पैदा हुए हालात की आड़ में कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त हो गया है। शुक्रवार को कालाबाजारी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन ने देहरादून, मसूरी और ऋषिकेश में मेडिकल स्टोरों पर छापा इस दौरान कोविड-19 के उपचार में कारगर दवाइयों, रेमडेसिविर, थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर आदि के स्टॉक की जानकारी प्राप्त की । साथ ही अधिकारियों ने मेडिकल स्टोर संचालकों को चेतावनी दी कि कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद, दून सहित पूरे राज्य में कोरोना के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं और उपकरणों की मांग बढ़ गई है। इसका फायदा उठाते हुए, कुछ मुनाफाखोर ऐसी सामग्रियों की कालाबाजारी कर रहे हैं। जरूरतमंदों से शुल्क लिया जा रहा है। इस संबंध में लगातार शिकायतें मिलने के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी है। जिला मजिस्ट्रेट डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, औषधि निरीक्षक समेत अन्य अधिकारियों को हालात पर काबू पाने के लिए छापेमारी कर कालाबाजारी करने वालों पर आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में दून में ड्रग इंस्पेक्टर नीरज पंवार और तहसीलदार दयाराम के नेतृत्व में 20 से अधिक मेडिकल स्टोरों पर छापा मारा गया। ऋषिकेश में उप जिलाधिकारी ने विभिन्न खाद्य दुकानों का औचक निरीक्षण किया। उप जिला मजिस्ट्रेट डोईवाला ने जौलीग्रांट में परिवहन विभाग की टीम के साथ एंबुलेंस के लिए वसूले जा रहे शुल्क का निरीक्षण किया ।

अरिहंत अस्पताल का निरीक्षण किया

शुक्रवार को, अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रोटोकॉल गिरीश गुणवंत और डॉ. राजीव दीक्षित ने अरिहंत कोविड अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। अपर जिला मजिस्ट्रेट ने मरीजों को की जा रही ऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में जानकारी लेते हुए अस्पताल प्रबंधन को ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एक नया संयंत्र भी स्थापित किया जा रहा है और दो टैंक भी उपलब्ध हैं। अस्पताल फिलहाल 51 मरीजों का इलाज कर रहा है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार अस्पतालों में निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाएगा |