रुद्रपुर , PAHAAD NEWS TEAM
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में, समाज कल्याण विभाग एसआईटी को दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाया है। स्थिति यह है कि 203 में से 147 कॉलेज के दस्तावेज एसआईटी को नहीं मिले हैं और 56 कॉलेज जिनके दस्तावेज दिए गए हैं, वे भी अधूरे हैं। एसआईटी की याद दिलाने के बाद भी समाज कल्याण विभाग के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में, समाज कल्याण विभाग को ग्रहण बनता दिखाई दे रहा है। मार्च में, एसएसपी ने समाज कल्याण विभाग के साथ बैठक की और दस्तावेज देने की समय सीमा निर्धारित की, जबकि समाज कल्याण विभाग ने मार्च समापन के नाम पर अप्रैल में दस्तावेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। जिस पर विभाग अंतिम सप्ताह मार्च तक और अप्रैल के पहले सप्ताह में जांच से संबंधित सभी दस्तावेज प्रदान करने पर सहमत हुआ था , लेकिन निर्धारित समय के बाद भी, समाज कल्याण विभाग ने दस्तावेजों को SIT को प्रदान नहीं करवाए । जब समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो पता चला कि वह मंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। विभाग द्वारा जारी छात्रवृत्ति संबंधी दस्तावेजों की अनुपलब्धता के कारण एसआईटी की जांच प्रभावित हो रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार, समाज कल्याण विभाग दस्तावेजों को देने में लगातार दी गई समय सीमा का मजाक किसके दम पर उड़ा रहा है।
कहीं दस्तावेज ठिकाने तो नहीं लगा दिए
विभाग द्वारा दस्तावेज़ उपलब्ध करवाने को लेकर लगातार टालने की नीति विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के साथ ही संदेह भी पैदा कर रही है। विभाग के पास एसआईटी द्वारा मांगे जा रहे दस्तावेज हैं या नहीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि उन्हें पहले ही ठिकाने लगा दिया गया । दस्तावेजों के उपलब्ध होने के बाद ही इस संदेह का समाधान हो पाना संभव है।
कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं। समाज कल्याण विभाग से अप्रैल के पहले सप्ताह में जांच से संबंधित सभी दस्तावेज उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया था। अनुस्मारक भेजा गया है, जल्द से जल्द सभी दस्तावेज उपलब्ध करवाने को कहा जाएगा।
दलीप सिंह कुंवर, एसएसपी उधम सिंह नगर
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