देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड चुनाव 2022 सेना के दबदबे वाले उत्तराखंड में कांग्रेस इस बार पिछले चुनाव से ज्यादा सतर्क है. सैन्य परिवारों से ताल्लुक रखने वाले 12 फीसदी वोटरों को रिझाने में कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा सैन्य धाम के लिए की जा रही तैयारियों के जवाब में कांग्रेस ने शहीद सैनिकों और पूर्व सैनिकों के परिजनों को सम्मान देने का अभियान शुरू किया है.

उत्तराखंड में बड़ी संख्या में सैन्य परिवारों को देखते हुए कांग्रेस उन तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी जवानों और पूर्व सैनिकों के वोटरों को लुभाने में आगे थी. इस बार कांग्रेस इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहती है। दरअसल, राज्य में हर परिवार से एक व्यक्ति सेना में है या उसका सैन्य परिवार से संबंध है। देहरादून में बन रहे सैय्यधाम में प्रदेश के शहीद जवानों के गांवों की मिट्टी लाने के लिए भाजपा शहीद सम्मान यात्रा निकाल रही है.

सैन्य धाम के जवाब में कांग्रेस का अभियान

सैनिक धाम में शहीद जवानों के गांवों की मिट्टी रखी जाएगी। कांग्रेस, भाजपा के इन प्रयासों को गंभीरता से लेते हुए, शहीद सैनिकों और पूर्व सैनिकों के परिवारों को जवाबी रणनीति के रूप में सम्मानित कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत पार्टी के बड़े नेता इस अभियान को जोर-शोर से चला रहे हैं. कांग्रेस का यह अभियान पूरे प्रदेश में चल रहा है.

पूर्व सैनिकों को पार्टी से जोड़ने का प्रयास

सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसी घटनाओं से बीजेपी के पक्ष में बने माहौल को देखते हुए कांग्रेस का जोर सैनिकों और पूर्व सैनिकों को लुभाने पर है. यही कारण है कि पार्टी ने राज्य में परिवर्तन रैली के अपने कार्यक्रम को स्थानांतरित कर शहीद सैनिकों और पूर्व सैनिकों के परिजनों के सम्मान को प्राथमिकता दी है. पूर्व सैनिकों को पार्टी से जोड़ने के लिए कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है.